अंजू प्रजापति/रामपुरः जब लोग सर्दी खांसी जुकाम के कारण छाती में जकड़न व अन्य कई तरह की समस्या महसूस करते हैं तो वे कोई भी दवा लेने से पहले एक प्रभावी घरेलू उपचार की तलाश करते हैं. तो ऐसे में नीलगिरी के पत्ते और उसका तेल सबसे अच्छा घरेलू उपाय माना जाता है.
नीलगिरी (यूकेलिप्टस) दिखने में बहुत लंबा और पतला सा पेड़ होता है. जिसके पत्ते आकर में लंबे, नुकीले और छोटी- छोटी गाठों वाले होते हैं. उन्ही गांठो से इसका तेल निकाला जाता है और इस पर छोटे दिखने वाले सफेद रंग के फूल आते हैं. यह पेड़ अधिकतर खेतों और जंगलों में पाया जाता है. इसका उपयोग अविश्वसनीय स्वास्थ्य लाभों और सुगंधित गुणों के कारण किया जाता है.
नीलगिरी के तेल की चार से पांच बूदें कारगर
आयुष चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर इकबाल के मुताबिक इसका प्रयोग आप बहुत सारी बीमारियों में भी कर सकते हैं. खास तौर से इसके तेल का इस्तेमाल अधिक होता है. जो मांशपेशियों को मजबूत करता है. फेपड़ों की बीमारियां जैसे अस्थमा सिम्पटम्स में भी काम आता है. नीलगिरी के तेल की चार से पांच बूदें आप पेट दर्द में भी दे सकते है
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FIRST PUBLISHED : March 7, 2024, 09:58 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.