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Fake Phone call for Ransom: प्रयागराज के झूंसी से दो दिन पहले लापता हुए कक्षा सातवीं के छात्र की मां के फोन पर कॉल कर दो लाख की फिरौती मांगी गई है। पुलिस ने सर्विलांस की मदद से फिरौती के लिए आई कॉल को ट्रेस किया। पुलिस का दावा है कि साइबर ठग ने कॉल किया था।
झूंसी में रहने वाले छात्र के पिता दिल्ली में नौकरी करते हैं। बीते गुरुवार की दोपहर घर से छात्र निकला था। इसके बाद से लापता है। इस बीच लापता छात्र की फोटो और जानकारी फेसबुक पर शेयर कर दी गई। इसके बाद गायब छात्र की मां के फोन पर एक कॉल आई। कॉल करने वाले ने बताया कि हम तुम्हारे बच्चे का अपहरण कर लिए हैं। दो लाख रुपये दो नहीं तो बच्चे को मार देंगे। कॉल करने वाले ने कहा कि हम झूंसी किसी और बच्चे का अपहरण करने आए थे। वह नहीं मिला तो तुम्हारा ही बच्चा उठा ले आए। उसने कई बार व्हाट्सएप कॉलिंग व वीडियो कॉलिंग भी की। जब इसकी जानकारी हुई तो पुलिस ने बच्चे के अपहरण का मामला दर्ज किया। झूंसी थाना प्रभारी उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि फेसबुक से सूचना को देखकर साइबर शातिरों ने कॉल की थी। बच्चे का पता लगाया जा रहा है।
लापता बच्चों के परिजनों से फिरौती मांगने वाले गिरफ्तार
नैनी पुलिस ने लापता बच्चों में घरवालों से फिरौती मांगने के आरोप में दो युवकों को गिरफ्तार किया है। इंस्पेक्टर नैनी यशपाल सिंह ने बताया कि धनराज बिंद निवासी मातादीन का पूरा फाफामऊ और मनीष सिंह निवासी कैलाशपुरी, शिवकुटी को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक 26 अगस्त को नैनी के डांडी इलाके से लापता हुए किशोर की गुमशुदगी उसके मामा डॉ. पवन त्रिपाठी ने दर्ज कराई थी।
पकड़े गए दोनों आरोपियों ने यूपी पुलिस की साइट यूपी कॉप से लापता किशोर की एफआईआर में दर्ज हुए मोबाइल नंबर लेकर उसके परिजनों से एक लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। जिसके बाद पुलिस टीम ने सर्विलांस की मदद से उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले भी पकड़े गए आरोपी थरवई और नोएडा में गायब हुए बच्चो के परिजन से फिरौती मांग चुके हैं।