Home Health लिवर संबंधी समस्याओं से हैं परेशान, नियमित करें पश्चिमोत्तानासन मिलेगा आराम, ये लोग गलती से भी न करें

लिवर संबंधी समस्याओं से हैं परेशान, नियमित करें पश्चिमोत्तानासन मिलेगा आराम, ये लोग गलती से भी न करें

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लिवर संबंधी समस्याओं से हैं परेशान, नियमित करें पश्चिमोत्तानासन मिलेगा आराम, ये लोग गलती से भी न करें

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Paschimottanasana Benefits: हर दिन योग करने से आप स्वस्थ रह सकते हैं. कई तरह की शारीरिक और मानसिक बीमारियों से आप बचे रह सकते हैं. कुछ लोग योग के महत्व को नहीं समझते हैं, लेकिन आप जान लें कि योग सिर्फ एक एक्सरसाइज नहीं, बल्कि खुद को समझने और शांत करने का एक बेहतर तरीका भी है. आप प्रतिदिन दस से पंद्रह मिनट भी योग करते हैं तो स्ट्रेस से छुटकारा मिल सकता है. इस तरह से आप शरीर और मन दोनों से स्वस्थ रह सकते हैं. यदि किसी को लिवर या फिर साइटिका की समस्या है तो उनके लिए भी एक खास योग है. इस योगासन का नाम है पश्चिमोत्तानासन योगासन. चलिए जानते हैं यह आसन किस तरह से है फायदेमंद.

पश्चिमोत्तानासन के फायदे
पीठ और पैरों को अच्छा खिंचाव देता है पश्चिमोत्तानासन. पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है. यही नहीं, पेट की चर्बी को भी कम करता है. आयुष मंत्रालय के इंस्टाग्राम पोस्ट के अनुसार, पश्चिमोत्तानासन बुजुर्गों के लिए बेहद फायदेमंद होता है. यह पेट की मांसपेशियों को मजबूत करने के साथ-साथ साइटिका की संभावना को भी कम करता है. यह अपच, कब्ज, मोटापा, त्वचा रोगों को दूर करने में भी सहायक होता है.

पश्चिमोत्तानासन करने से श्वसन क्षमता में सुधार होता है. इससे आपके फेफड़े मजबूत और निरोगी बने रहते हैं. डायबिटीज मरीजों के लिए यह आसन बहुत फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि यह ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है. साथ ही, लिवर और किडनी से जुड़ी समस्याओं में भी यह लाभकारी है.

– जिन महिलाओं को पीरियड्स संबंधी समस्याएं होती हैं, उनके लिए भी पश्चिमोत्तानासन काफी असरदार है. यह पेट के निचले हिस्से में रक्त संचार को बेहतर बनाता है. दर्द को कम करता है. यह आसन हार्मोनल संतुलन बनाए रखता है, जिससे अनियमित पीरियड्स, अघिक रक्तस्राव, थकान जैसी समस्याओं में राहत मिलती है.

-मानसिक स्पष्टता और एकाग्रता में सुधार होता है. यह चिंता और तनाव को कम करने में मदद करता है, जिससे व्यक्ति अधिक संतुलित और सकारात्मक महसूस करता है.

पश्चिमोत्तानासन करने का तरीका

पश्चिमोत्तानासन करते समय शरीर पर ज्यादा जोर न डालें. खासकर जब आप इसकी शुरुआत कर रहे हैं. इस आसन को करने के लिए सबसे पहले जमीन पर पैरों को सीधे फैलाकर बैठें. गहरी सांस लें. धीरे-धीरे शरीर को आगे झुकाएं. हाथों से पैरों को छुएं और सिर या नाक घुटनों से मिलाएं. थोड़ी देर ऐसे ही रुकें. फिर धीरे-धीरे वापस सीधा हो जाएं.

किन्हें नहीं करना चाहिए ये आसन
यदि आपके पेट में अल्सर है तो इसे ना करें. विशेषज्ञ से सलाह लेकर ऐसा कर सकते हैं.

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