आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व चुनाव आयोग ने एनसीपी शरद पवार गुट को बड़ा तोहफा दिया है. दरअसल आयोग की तरफ से पवार गुट को नया चुनाव चिह्न मिल गया है. इस नए चिह्न में एक व्यक्ति तुरहा, जिसे मराठी भाषा में इसे ‘तुतारी’ कहा जाता है, बजाते नजर आ रहा है. चुनाव आयोग द्वारा प्राप्त इस नए सिंबल पर पार्टी की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. पार्टी द्वारा कहा गया है कि, ये हमारे लिए गर्व की बात है. साथ ही पार्टी ने कहा कि, यह ‘तुतारी’ शरद पवार के साथ दिल्ली के सिंहासन को हिलाने के लिए एक बार फिर से बिगुल बजाने के लिए तैयार है.
चुनाव आयोग ने इस मामले में ज्यादा जानकारी देते हुए कहा कि, “प्राप्त अनुरोध के अनुसार, महाराष्ट्र राज्य के सभी संसदीय क्षेत्रों में समूह/पार्टी को “मैन ब्लोइंग तुरहा” “Man Blowing Turha” आवंटित किया गया है.”
गौरतलब है कि, चुनाव आयोग ने 6 फरवरी को एनसीपी के संस्थापक शरद पवार को बड़ा झटका देते हुए पार्टी के अजीत पवार गुट को एनसीपी का चुनाव चिह्न ‘दीवार घड़ी’ आवंटित कर दिया था.
बता दें कि, जुलाई 2023 से चाचा और भतीजे के बीच गुटीय विवाद चल रहा है, जब महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने शरद पवार के खिलाफ बगावत कर दी और महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ भाजपा-शिवसेना सरकार में शामिल हो गए, जिससे राकांपा में विभाजन हो गया.
बॉम्बे हाई कोर्ट ने 21 फरवरी को अजित पवार के नेतृत्व वाली पार्टी की अयोग्यता याचिकाओं में उनके हालिया फैसले को चुनौती देने वाली याचिका पर एनसीपी के शरद पवार गुट के विधायकों और महाराष्ट्र अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को नोटिस जारी किया. अदालत ने मामले की अगली सुनवाई 14 मार्च को तय की है.
अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा के मुख्य सचेतक अनिल भाईदास पाटिल ने शरद पवार गुट के 10 विधायकों को अयोग्य नहीं ठहराने के अध्यक्ष के फैसले को चुनौती देते हुए दो याचिकाएं दायर की थीं. पाटिल ने अदालत से स्पीकर राहुल नार्वेकर के हालिया आदेश को रद्द करने, इसे कानूनी रूप से त्रुटिपूर्ण घोषित करने और सभी 10 विधायकों को अयोग्य घोषित करने का अनुरोध किया था.