हाइलाइट्स
टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज की गंभीर स्थिति में किडनी से संबंधित दिक्कतें बढ़ जाती है.
अगर आप हेल्दी लाइफस्टाइल जीते हैं तो डायबेटिक किडनी डिजीज से बच सकते हैं.
Low BP sign of diabetic kidney disease: डायबिटीज आज दुनिया की बहुत बड़ी समस्या है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के मुताबिक विश्व में करीब 42.2 करोड़ लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं. इसके साथ ही करीब 15 लाख लोगों की मौत हर साल प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से डायबिटीज के कारण होती है. डायबिटीज के कारण हार्ट संबंधी दिक्कतें पैदा हो जाती है और इससे आंखों की नसों पर भी असर पड़ता है. गंभीर स्थिति आने पर किडनी फेल्योर तक का खतरा बढ़ जाता है. इसी तरह टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज की गंभीर स्थिति में किडनी से संबंधित दिक्कतें बढ़ जाती है. इसे डायबेटिक किडनी डिजीज भी कहते हैं. यह किडनी की क्षमता को प्रभावित करता है. इससे किडनी का जो रेगुलर फंक्शन है वह रूक जाता है. जैसे शरीर के वेस्ट मैटेरियल और एक्सट्रा फ्लूड को शरीर से बाहर निकालने में दिक्कत होती है.
अगर आप हेल्दी लाइफस्टाइल जीते हैं तो डायबेटिक किडनी डिजीज से बच सकते हैं. इसके लिए डायबिटीज और ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखना होगा. कई सालों से डायबेटिक नेफ्रोपेथी धीरे-धीरे किडनी में छानने की क्षमता को प्रभावित करता है. अगर शुरुआत में ही इसकी पहचान कर ली जाए तो इस बीमारी से पूरी तरह बचा जा सकता है.
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जानिए क्या है डायबेटिक किडनी डिजीज के शुरुआती लक्षण
डायबेटिक किडनी डिजीज में सबसे पहले ब्लड प्रेशर कम होने लगता है. चूंकि किडनी के फंक्शन पर असर पड़ता है, इसलिए पेशाब के साथ प्रोटीन निकलने लगता है. यही कारण है कि मरीज को बार-बारे पेशाब लगता है. डायबेटिक किडनी डिजीज में मरीज को एंग्जाइटी की दिक्कत हो जाती है और किसी चीज पर ध्यान केंद्रित करने में समस्या होती है. इसके अलावा सांस से संबंधित परेशानियां भी होने लगती है.
कब जाएं डॉक्टर के पास
जैसे ही उपर के लक्षण शरीर में दिखे, डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. डायबिटीज के मरीजों को हर साल कम से कम एक बार किडनी फंक्शन टेस्ट जरूर कराना चाहिए. डायबेटिक नेफ्रोपेथी टाइप 1 या टाइप 2 डायबिटीज के कारण होता है. इसलिए हमेशा ब्लड शुगर को मैंटेन रखना चाहिए. अगर डायबिटीज नियंत्रित नहीं रहता है तो ब्लड वेसल्स के डैमेज होने का खतरा बढ़ जाता है.
डायबेटिक किडनी डिजीज से कैसे बचें
डायबिटीज होने पर लगातार डॉक्टर से संपर्क में रहे. हमेशा ब्लड शुगर चेक कराते रहे. ब्लड प्रेशर को बढ़ने न दें. शरीर में अन्य तरह की दिक्कतों का तुरंत इलाज कराएं. डॉक्टर जो दवा लिखें उसे हमेशा लेते रहे. हेल्दी लाइफस्टाइल बनाएं. हेल्दी डाइट लें. रोजाना वॉक करें या एक्सरसाइज करें. अल्कोहल और स्मोकिंग से दूरी बना लें.
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Tags: Health, Health tips, Kidney, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : December 21, 2022, 06:00 IST