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Varun Gandhi News: यूपी के पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी को लेकर काफी समय से अटकलें लगाई जा रही हैं। बीजेपी की राज्य और केंद्र सरकार पर विभिन्न योजनाओं को लेकर हमलावर रहने वाले वरुण की हाल ही में एक किताब भी आई है, जिसके बाद वे फिर से सुर्खियों में आ गए हैं। इस किताब में उन्होंने लॉकडाउन, गरीबों की स्थिति, बेरोजगारी आदि पर भी सवाल उठाए हैं। फायरब्रांड नेता की छवि रखने वाले वरुण पिछले कुछ समय से पार्टी लाइन से अलग बयानबाजी कर रहे हैं। कभी वह पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के पक्ष में भाषण देते हैं तो कभी वह चचेरे भाई राहुल गांधी की तरह हिंदू-मुस्लिम के मुद्दे पर मीडिया को घेरते नजर आते हैं। इसी वजह से कयास लगे जा रहे थे कि वरुण कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब तक वरुण ने सियासी भविष्य को लेकर स्पष्ट संकेत नहीं दिए हैं।
सियासी चर्चाओं के बीच अब तक नहीं लिया कोई फैसला
कांग्रेस में जाने की संभावनाओं के अलावा वरुण के पास कई अन्य विकल्प भी मौजूद हैं। हाल ही में कुछ सूत्रों ने दावा किया था कि वरुण की जयंत चौधरी और अखिलेश यादव से भी बातचीत होती रहती है। वहीं, चचेरी बहन प्रियंका गांधी से भी उनके अच्छे रिश्ते हैं, लेकिन वे सपा या कांग्रेस, दोनों में शामिल होने के इच्छुक नहीं हैं। दरअसल, वरुण अगले लोकसभा चुनाव में पीलीभीत से ही लड़ेंगे, यह लगभग तय माना जा रहा है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, वे संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार होना चाहते हैं। वहीं, कुछ सूत्रों ने यह भी दावा किया था कि मेनका गांधी नया दल भी बना सकती हैं। हालांकि, अभी इन अटकलों पर वरुण गांधी या मेनका गांधी का कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले लेंगे फैसला?
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में अब लगभग एक साल का ही समय शेष है। अगले साल अप्रैल-मई में होने वाले चुनाव के लिए सभी दलों ने तैयारियां तेज कर दी हैं। एक बार फिर से सत्ता में आने के लिए बीजेपी के लिए यूपी काफी अहम प्रदेश है। सूत्रों के अनुसार, पार्टी लाइन के खिलाफ बयानबाजी करने की वजह से हो सकता है कि बीजेपी लोकसभा चुनाव में वरुण के बजाए किसी अन्य उम्मीदवार को टिकट दे। इसी वजह से चर्चाएं हैं कि वरुण चुनाव से ठीक पहले कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। उसी दौरान यह स्पष्ट हो सकेगा कि वरुण गांधी का सियासी भविष्य क्या होने वाला है।
पीलीभीत से ही लड़ेंगे चुनाव, यह लगभग तय
वरुण पिछले तीन बार से सांसद हैं। इसमें से एक बार सुल्तानपुर और दो बार पीलीभीत से जीत दर्ज कर चुके हैं। ये दोनों ही सीटें वरुण के लिए कर्मभूमि हैं। यहां की जनता का बखूबी प्यार वरुण को वोट के जरिए मिलता रहा है। पिछले दिनों वरुण गांधी ने ऐसा बयान दिया, जिससे साफ हो गया कि वे पीलीभीत से ही अगला लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा, ”पीलीभीत से मेरा खून का रिश्ता है। मैं राजनीति में आवाज उठाने के लिए आया हूं। जब तक मैं और मेरी मां हैं, तब तक आपकी आवाज उठाते रहेंगे।” भाजपा सांसद ने आगे कहा कि वे पीलीभीत की जनता के दुख-दर्द को समझते हैं। वरुण के ताजा बयान के बाद यह साफ हो गया है कि वह पीलीभीत से ही अगला चुनाव लड़ेंगे। हालांकि, अब यह समय ही बताएगा कि क्या वे भाजपा में ही रहेंगे या फिर कांग्रेस, सपा या संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार बनकर मैदान में उतरेंगे।