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इसी साल डायमंड लीग में तिरंगा लहराने के बाद भारतीय ओलंपिक भालाफेंक चैंपियन नीरज चोपड़ा की नजरें वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल का सूखा खत्म करने पर है। इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि 90 मीटर का मार्क पार करने के लिए उन्हें बस एक अच्छे दिन की जरूरत है। वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आगाज 19 अगस्त से होने जा रहा है जो 27 अगस्त तक चलेगा। पिछले साल जब यूजीन में एथलेटिक्स चैंपियनशिप हुआ था तो नीरज वहां सिल्वर मेडल जीतने में कामयाब रहे थे, मगर इस बार उनकी नजरें अपने मेडल का रंग गोल्ड में बदलने पर होगी।
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JioCinema से बात करते हुए ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा का कहना है कि वह विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप बुडापेस्ट में जाने के लिए कोई लक्ष्य नहीं रख रहे हैं। 25 वर्षीय खिलाड़ी ने अपनी प्राथमिकताएं स्पष्ट रूप से निर्धारित की हैं, चाहे वह ओलंपिक के लिए उनकी तैयारियों के बारे में हो या फिर घी से बनी उनकी पसंदीदा डिश को लेकर।
जब उनसे पूछा गया कि वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप बुडापेस्ट 23 में आपसे काफी उम्मीदें हैं। ऐसा दबाव एक आदत बन गई है। क्या आप इसका आनंद लेते हैं, या कभी-कभी ऐसा महसूस होता है कि यह बहुत ज़्यादा है?
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इसके जवाब में उन्होंने कहा ‘मैं कुछ हद तक दबाव झेलने का आदी हो गया हूं। हालाँकि, जब मैं हर दो से चार साल में एक बार होने वाली प्रतियोगिताओं (जैसे विश्व चैंपियनशिप और ओलंपिक) में भाग लेता हूं, तो निस्संदेह जिम्मेदारी की भावना होती है। लेकिन, मैं हमेशा अपना 100 प्रतिशत देता हूं और पूरे फोकस के साथ प्रदर्शन करता हूं। शुरुआत में अन्य कारक भी थे जो मुझ पर हावी हो जाते थे लेकिन धीरे-धीरे मुझे इसकी आदत हो गई है।
इसके अलावा 90 मीटर का मार्क पार करने के सवाल पर वह बोले ‘निश्चित रूप से, मैं करीब हूँ। मुझे अनुकूल मौसम स्थितियों के साथ बस एक आदर्श दिन की आवश्यकता है और मुझे विश्वास है कि मैं थ्रो हासिल करने में सक्षम हो जाऊंगा।’