
हाइलाइट्स
वाइट डिस्चार्ज नॉर्मल है,लेकिन खुजली, जलन हो तो इसे इंग्नोर ना करें.
वाइट डिस्चार्ज हो तो कॉटन के ढीले अंडरगार्मेंट्स पहनें.
White Discharge Problem: महिलाएं अक्सर अपनी सेहत को नजरअंदाज करती रहती हैं. कई बार सामान्य या छोटी सी नजर आने वाली हेल्थ प्रॉब्लम भी बड़ी और खतरनाक रूप ले सकती है. इसी में से एक है महिलाओं में होने वाली वाइट डिस्चार्ज की समस्या. वाइट डिस्चार्ज को ल्यूकोरिया भी (Leucorrhoea) कहा जाता है. महिलाओं में वाइट डिस्चार्ज वैसे तो नॉर्मल है, जो पीरियड्स से पहले और ओव्यूलेशन के समय अधिक होता है. यह प्रेग्नेंसी, प्राइवेट पार्ट में इंफेक्शन होने या फिर हॉर्मोन के इर्रेगुलर होने पर भी हो सकता है. यह एक सामान्य बात है, लेकिन कई बार वाइट डिस्चार्ज के दौरान खुजली होना, गाढ़ा और पीले रंग का डिस्चार्ज होना, अधिक दुर्गंध आना, लगातार कई दिनों तक हो तो इसे नजरअंदाज भूलकर भी नहीं करना चाहिए. आइए जानते हैं फोर्टिस हॉस्पिटल (कल्याण, मुंबई) की कंसलटेंट ऑब्सटेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. सुषमा तोमर से क्यों होता है वाइट डिस्चार्ज, इसके लक्षण और कारण.
वाइट डिस्चार्ज क्यों होता है?
वाइट डिस्चार्ज कई प्रकार के हो सकते हैं, जिसमें से कुछ बहुत ही नॉर्मल होते हैं. यह महिलाओं को पीरियड्स से पहले होता है, पीरियड्स के बाद होता है और ओव्यूलेशन के समय होता है. इसके अलावा, वेजाइना में बैक्टीरियल इंफेक्शन और फंगल इंफेक्शन होने के कारण भी वाइट डिस्चार्ज की समस्या हो सकती है. यदि डिस्चार्ज से बहुत दुर्गंध आए, गाढ़ा, पीले रंग का हो और ये एक महीने तक होता ही रहे, जिससे पैंटी गीली हो जाए, जिसका संबंध पीरियड्स से ना हो तो यह गंभीर हो सकता है. ऐसे में इसके कारणों को जानने के लिए जांच की जरूर पड़ती है. एग्जामिनेशन के जरिए ये पता लगा सकते हैं कि यह किसी इंफेक्शन के कारण तो नहीं हो रहा है. कर्डी वाइट डिस्चार्ज होने का मतलब है कि ये फंगल इंफेक्शन है.
यदि डिस्चार्ज के साथ वेजाइना में खुजली, जलन महसूस हो, पेशाब के दौरान जलन हो या फिर फिजिकल रिलेशन बनाने के बाद वेजाइना में जलन हो तो ये सभी लक्षण गंभीर हो सकते हैं. ऐसे में जांच करना जरूरी हो जाता है, ताकि कारण का पता लगाकर सही ट्रीटेमेंट दिया जा सके. यदि ये सब चीजें बार-बार नजर आएं तो जांच के लिए डिस्चार्ज का कल्चर भेजा जाता है. फिर एंटीबायोटिक दवाई देकर इलाज की जाती है.
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वाइट डिस्चार्ज के प्रकार
यह कई प्रकार का हो सकता है. सबसे कॉमन है सफेद और गाढ़ा डिस्चार्ज होना. इसमें डरने की जरूरत नहीं. हां, यदि आधिक जलन या खुजली हो तो डॉक्टर से दिखाएं. इसके अलावा, किसी-किसी महिला को पीले रंग का वेजाइनल डिस्चार्ज होता है, जो नॉर्मल नहीं होता है. यह इंफेक्शन के कारण हो सकता है. कई बार ये अनप्रोटेक्टेड फिजिकल संबंध बनाने से भी हो सकता है. ब्राउन या फिर हरे रंग का वेजाइनल डिस्चार्ज भी हो सकता है. ब्राउन डिस्चार्ज इर्रेगुलर पीरियड्स, मेनोपॉज के कारण भी हो सकता है. वहीं, ग्रीन डिस्चार्ज बैक्टीरियल, सेक्सुअल इंफेक्शन के कारण भी हो सकता है. ऐसा हो तो तुरंत डॉक्टर से दिखाएं.
वाइट डिस्चार्ज के कारण होने वाली बीमारी
यदि लगातार अधिक वाइट डिस्चार्ज हो तो संभवत: यह यीस्ट इंफेक्शन, गोनोरिया, यूटरस माउथ पर कोई प्रॉब्लम, कई मामलों में कैंसर होने की तरफ भी इशारा कर सकता है.
वाइट डिस्चार्ज के लक्षण
-वेजाइना में जलन होना
-खुजली की समस्या
-बार-बार पेशाब होना, दर्द होना
-फिजिकल रिलेशन बनाते समय दर्द, जलन होना
-पेल्विक एरिया में दर्द होना
-कुछ मामलों में बुखार होना
-हेवी पीरियड्स होना, कमर में दर्द
-प्राइवेट पार्ट में सूजन होना
पर्सनल हाइजीन है जरूरी
आप पर्सनल हाइजीन का ख्याल रखकर ल्यूकोरिया की समस्या से बच सकती हैं. इसमें कॉटन के ढीले अंडरगार्मेंट्स पहनें. पैंटी को डेटॉल और गर्म पानी से अन्य कपड़ों से अलग साफ करें. इसी तरह हस्बेंड के भी अंडरवियर को साफ करना जरूरी है. बाहर का टॉयलेट यूज करें तो वो साफ हो, उसे टिशू पेपर से क्लीन करके ही इस्तेमाल करें. बहुत पुराने अंडरगार्मेंट्स ना पहनें. एक बार यूटरस में इंफेक्शन हो जाए तो इंफर्टिलिटी, पीरियड्स के समय दर्द, पेल्विक भाग में दर्द होता रहेगा, जिसे ठीक करना आसान नहीं.
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Tags: Health, Lifestyle, Women Health
FIRST PUBLISHED : March 01, 2023, 17:30 IST