नई दिल्ली: 4 राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजों पर इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा ने खुलकर बात की। इंडिया टीवी के संवाददाता अमित पालित ने रजत शर्मा से पूछा कि चुनावों को लेकर इतनी एक्यूरेसी कैसे आई। इस पर रजत शर्मा ने कहा, ‘अनुभव से ये चीजें समझ में आ जाती हैं। 40 सालों से मैं चुनावों को देख रहा हूं। नेताओं को आते-जाते कैंपेन करते देखा है। पहला सबक तो ये है कि एग्जिट पोल को देखकर कभी भी मिठाई नहीं खरीदनी चाहिए।’
रजत शर्मा ने कहा, ‘हमारा देश बहुत बड़ा है, प्रदेश भी बहुत बड़े-बड़े हैं, हम सोचते हैं कि अमेरिका, ब्रिटेन वगैरह में पोल सही हो जाता है लेकिन हमारे यहां नहीं हो सकता, होता भी नहीं है। इसमें अंडरस्टैंडिंग ज्यादा काम करती है।’
चुनाव नतीजों की एक्यूरेसी पर रजत शर्मा ने कहा, ‘मुझे लगता है कि पब्लिक की नब्ज क्या है? लोग क्या सोचते हैं? क्यों किसी के खिलाफ वोट करेंगे? क्यों किसी के सपोर्ट में वोट करेंगे? उदाहरण के तौर पर शिवराज सिंह चौहान के बारे में एक बात फैला दी गई कि इनका चेहरा देखकर लोग उगता गए हैं। 18 साल से ये चीफ मिनिस्टर हैं, अब किसी और को देखना चाहिए।’
रजत शर्मा ने कहा, ‘मैंने मन में सोचा कि क्या लोग वाकई में उगता गए हैं? क्यों उगता गए हैं? क्या लोग शिवराज सिंह से नाराज हैं? अगर नाराज हैं तो उनकी रैली में इतनी भीड़ कैसे आती है? इतना उत्साह लोगों में कैसे दिखाई देता है? मान भी लो कि अगर चेहरा पसंद नहीं है तो वैकल्पिक चेहरा क्या है? कमलनाथ? वो इतना अट्रैक्टिव नहीं है। वहीं शिवराज दिन-रात मेहनत कर रहे हैं तो एक अंदाजा लगा।’