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नई दिल्ली. क्रिकेट के खेल में किसी बैटर को आउट करने के लिए बॉलर को उसे बोल्ड, एलबीडब्लयू, कैच या स्टंप आउट सहित अन्य विकल्प अपनाने होते हैं. क्या कभी सुना है कि कोई खिलाड़ी मैदान पर आने से पहले ड्रेसिंग रूम में ही आधार आउट हो जाए? जी हां, ऐसा हो चुका है. ये किसी और के साथ नहीं बल्कि क्रिकेट दिग्गज कप्तान रिकी पोंटिंग (Ricky Ponting) के साथ हुआ है. अपनी कप्तानी में कंगारुओं को दो बार विश्व कप जिताने वाला यह दिग्गज बैटर भारत के एक बॉलर के सामने भीगी बिल्ली बन जाता था. इस गेंदबाज का नाम कोई और रहीं बल्कि हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) है.
हरभजन सिंह के खिलाफ रिकी पोंटिंग का रिकॉर्ड बेहद खराब है. भज्जी ने पोटिंग को अपने करियर के दौरान टेस्ट क्रिकेट में कुल 10 बार आउट किया. पोटिंग इससे ज्यादा बार किसी अन्य गेंदबाज से अपने करियर में आउट ही नहीं हुए हैं. भारतीय स्पिनर ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि हमारे बीच एक ऐसी घटना हुई थी जिसके बाद वो मेरी शक्ल से भी डरने लगा. मेरे सामने आते ही वो आधा आउट हो जाता था. मुझे उसके खिलाफ कोई योजना बनाने की भी जरूरत नहीं पड़ती थी.
एक इंटरव्यू के दौरान रिकी पोटिंग ने बताया ऑस्ट्रेलिया की टीम भारत दौरे पर थी. मेरी गेंद पर रिकी पोंटिंग स्टंप आउट हो गया था. इसके बाद मैंने ईशारा करते हुए पोंटिंग को वापस जाने को कहा. पोंटिंग भी भज्जी को कंधा मारते हुए गए. इसके बाद जो हुए वो इतिहास के पन्नों में दर्ज है. हरभजन सिंह ने पोटिंग के खिलाफ कुछ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया जिसके बाद उनपर कुछ मैचों का बैन लगा दिया गया.
भज्जी ने कहा कि स्टंप आउट होने से एक गेंद पहले ही रिकी पोटिंग ने मुझे छक्का मारा था. उन दिनों कोई छक्का मारता था तो मुझे गुस्सा बहुत चढ़ता था. उसने छक्का मारा और फिर स्टंप आउट हो गया. मैंने उसे ईशारा कर दिया. फिर उसने मुझे एक ऐसा शब्द बोला, जिसकी वजह से मुझपर बैन लग गया. उस शब्द का मुझे मतलब तक नहीं पता था. वो मुझे धक्का मारने के लिए आ गया.
बाद में मैच रेफरी ने मुझे बुलाया और पूछा कि आपने ये शब्द इस्तेमाल किया है. आपको इसका मतलब पता है. मैंने कहा मुझे नहीं पता. मैंने बस सुने ही हैं ये शब्द. ऐसे ही बोल दिया. मैंने वो शब्द बसा सुना ही था. अगर पहले ही इसका मतलब पता होता तो तीन बार इसका इस्मेमाल करता. इसके बाद से हम दोनों की टसल शुरू हो गई. वो हमेशा मुझे मारने की कोशिश करता था और आउट हो जाता था.
हरभजन सिंह ने कहा, “कुछ सीरीज ऐसी हुई, जिसमें उसे मारने का मौका ही नहीं मिला. वो पहली बॉल पर आउट, दूसरी बॉल पर आउट और तीसरी बॉल पर आउट. फिर तो ऐसा वक्त आया कि वो ड्रेसिंग रूम में ही आधा आउट हो जाता था. वो मेरी बॉल से नहीं आउट होता था. मेरी शक्ल देखकर आउट होता था. वो ऑस्ट्रेलिया में मुझसे शॉट लेग पर आउट हुआ. ऑस्ट्रेलिया में कोई चांस ही नहीं होता कि कोई स्पिनर से शॉट लेग पर आउट हो जाए. बहुत रेयर है कि कोई सिली प्वाइंट पर आउट हो जाए. मैंने तीन-तीन फील्डर ऊपर लगाकर रखे उसके खिलाफ सिली प्वाइंट, शॉट लेग, स्लिप. वो मेरी शक्ल देखकर ही क्रिकेट खेलता था.”
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Tags: Border Gavaskar Trophy, Harbhajan singh, IND vs AUS, India vs Australia, Ricky ponting
FIRST PUBLISHED : February 27, 2023, 19:05 IST
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