भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला पारी और 141 रनों से अपने नाम किया था। इस मैच में रोहित शर्मा, विराट कोहली और यशस्वी जायसवाल ने अपने बल्ले से कमाल किया था। वहीं शुभमन गिल और उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने निराश किया था। रहाणे की स्थिरता को लेकर एक बार फिर सवाल उठने लगे थे। हालांकि, पिछले महीने ओवल में खेले गए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में उन्होंने भारतीय बल्लेबाजी को अकेले दम पर संभाला था। उसकी बदौलत इस सीरीज के लिए उन्हें उपकप्तान भी बनाया गया। पर यह जिम्मेदारी मिलते ही रहाणे फ्लॉप हो गए।
अब जब एक तरफ रहाणे को लेकर सवाल उठ रहे थे तो दूसरी तरफ टीम इंडिया के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ ने उनको लेकर बड़ा बयान दिया। राठौड़ के इस बयान से रहाणे के भविष्य को लेकर भी संकेत मिला। उन्होंने कहा कि, रहाणे जैसे खिलाड़ी की टीम इंडिया को अपने आने वाले दौरे पर जरूरत होगी। आपको बता दें कि टीम इंडिया अब अगली टेस्ट सीरीज साउथ अफ्रीका के खिलाफ दिसंबर-जनवरी में खेलेगी। उससे पहले अब व्हाइट बॉल सीजन का फुल पैक्ड एक्शन देखने को मिलने वाला है।
Ajinkya Rahane
राठौड़ ने रहाणे के भविष्य को लेकर दिए संकेत
विक्रम राठौड़ ने अपने इस बयान से रहाणे के भविष्य और साल के अंत में साउथ अफ्रीका के खिलाफ होने वाले सीरीज में उनके खेलने को लेकर कहा कि, वह डब्ल्यूटीसी फाइनल में काफी अच्छा खेले थे। वह हमेशा से एक अच्छे खिलाड़ी रहे हैं। उन्हें खराब फॉर्म के कारण टीम से बाहर किया गया था। जब बात तकनीक की आती है तो आप लगातार इस पर काम करते हो लेकिन मेरे लिए महत्वपूर्ण यह है कि उसका रवैया काफी शांत था। वह देर से और शरीर के करीब शॉट खेल रहे हैं। वापसी के बाद से यह सबसे महत्वपूर्ण चीज रही है। वह नेट पर अब भी इसी तरह बल्लेबाजी करते हैं। हमें उम्मीद है कि वह अच्छा प्रदर्शन करेंगे। दक्षिण अफ्रीका के हालात में आपको जरूरत है कि उनकी तरह का कोई खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करे।
विक्रम राठौड़ के इस बयान से साफ हो गया है कि रहाणे साउथ अफ्रीका दौरे पर टीम इंडिया के साथ नजर आ सकते हैं। उनका मानना है कि आश्वस्त होकर खेलना अजिंक्य रहाणे की वापसी का अहम पहलू रहा है और भारतीय टीम को उम्मीद है कि वह इस साल होने वाले साउथ अफ्रीका दौरे के दौरान अपनी फॉर्म बरकरार रखेंगे। गौरतलब है कि डब्ल्यूटीसी फाइनल में रहाणे की 89 और 46 रन की पारियां भारत के लिए एकमात्र सकारात्मक पक्ष रही थीं। यह रहाणे का 18 महीने में पहला टेस्ट था और इसके बाद उन्हें वेस्टइंडीज के मौजूदा दौरे के लिए उप कप्तान नियुक्त किया गया। यह 35 वर्षीय बल्लेबाज हालांकि पहले टेस्ट में सस्ते में आउट हो गया लेकिन पोर्ट ऑफ स्पेन में 20 जुलाई से शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट में वह इसकी भरपाई करने की पूरी कोशिश करेंगे।