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Sidhu Moose Wala: सिद्धू मूसेवाला की हत्या के पीछे लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ का नाम आया. गोल्डी ने बीबीसी से कहा कि सिद्धू की गलतियों और बंबीहा गैंग से संबंध के कारण हत्या की गई. गोल्डी अब भी फरार है. वो व…और पढ़ें

सिद्ध मूसेवाला की हत्या साल 2022 में की गई थी. (File Photo)
हाइलाइट्स
- गोल्डी बराड़ ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या की वजह बताई.
- गोल्डी ने बंबीहा गैंग से संबंध के कारण मूसेवाला की हत्या की.
- गोल्डी बराड़ अब भी फरार है, वो विदेश में छुपा हुआ है.
नई दिल्ली. आज से करीब तीन साल पहले पंजाब के मानसा जिले में मशहूर पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की 24 गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी. इस वारदात के पीछे लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ का नाम सामने आया. गोल्डी इस वक्त विदेश में छुपा हुआ है. सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के बाद करीब 30 गिरफ्तारियां हुईं और कुछ शूटआउट में आरोपी मारे भी गए, पर गोल्डी बराड़ अब भी फरार है. इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने के बावजूद उसे अब तक पकड़ा नहीं जा सका. गोल्डी ने बीबीसी वर्ल्ड से बातचीत के दौरान हत्या की वजह बताई. गोल्डी ने कहा, “सिद्धू अपने घमंड में कुछ ऐसी गलतियां कर बैठा था जिन्हें माफ नहीं किया जा सकता था. या तो वो मरता या हम.”
जब कानून न सुने, तो बंदूक बोलती है: गोल्डी बराड़
सिद्धू की शोहरत बनी उसकी दुश्मन
मूसेवाला सिर्फ पंजाब का नहीं बल्कि वैश्विक पंजाबी समुदाय का स्टार बन चुका था. पांच बिलियन से ज्यादा व्यूज, यूके म्यूजिक चार्ट्स में टॉप 5 की रैंकिंग और बरना बॉय जैसे अंतरराष्ट्रीय कलाकारों से कोलैबोरेशन. मूसेवाला ने कम वक्त में बड़ा मुकाम हासिल किया. उसकी बढ़ती लोकप्रियता गैंगस्टर कल्चर और राजनीति पर खुलकर बोलना, उसकी जान की दुश्मन बन गई. सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद गोल्डी बराड़ और लारेंस बिश्नोई का नाम हर जगह गूंजने लगा. पंजाब के वरिष्ठ पत्रकारों के अनुसार, इस हत्या ने गैंगस्टरों को बड़ा नाम और बड़ा डर दोनों दे दिया. इसके बाद से म्यूजिक इंडस्ट्री ही नहीं आम व्यवसायियों को भी धमकी भरे कॉल्स आने लगे.
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और…और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और… और पढ़ें
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