हाइलाइट्स
व्रत रखने से शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स बाहर निकल जाते हैं.
उपवास के दौरान भूखे रहने के बजाय कई बार खाना चाहिए.
What times can you eat during Fasting: भारत में सिर्फ जन्माष्टमी, नवरात्र या महाशिवरात्रि ही नहीं बल्कि सप्ताह के आम दिनों में भी लोग नियमित रूप से व्रत रखते हैं. इन उपवासों के लिए लोग अलग-अलग नियम भी अपनाते हैं. कुछ लोग दिन में कई बार फलाहार करते हैं या कुछ न कुछ खाते रहते हैं, वहीं कुछ लोग अन्न के साथ जल भी त्याग देते हैं. वे सिर्फ शाम को ही अन्न-जल या फलाहार पूरी तबियत से ग्रहण करते हैं जो कि फायदे के बजाय कई बार नुकसानदेह भी हो जाता है. सेहत के लिहाज से देखें तो व्रत या उपवास करना शरीर और मन दोनों के लिए फायदेमंद है. आपने भी कई बार उपवास किया होगा लेकिन क्या आप जानते हैं कि व्रत में कितनी बार फलाहार करना चाहिए? व्रत रखने के बाद कितना खाना चाहिए? आइए डायटीशियन से जानते हैं इस बारे में सबकुछ…
व्रत या उपवास करने का यह मतलब तो साफ है कि कुछ समय के लिए भूखा रहना है, अन्न त्याग कर फल-जूस आदि का आहार लेना है लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो इसकी भी एक सीमा है. उपवास का यह मतलब कतई नहीं है कि पूरे दिन पानी तक न पीया जाए और शाम को फिर भरपेट भोजन किया जाए.
व्रत में कितनी बार खाना है सही?
दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में डायटीशियन डॉ. मनीषा वर्मा कहती हैं कि व्रत रखने से शरीर की शुद्धि होती है, शरीर से विषाक्त पदार्थ यानि टॉक्सिन्स बाहर निकल जाते हैं. मन भी शांत होता है और शरीर के अंगों को भी राहत मिलती है. हालांकि यह जानना जरूरी है कि पूरे दिन भूखे रहकर व्रत करने के बजाय दिन में कुछ खाकर व्रत रखना चाहिए. शरीर को पोषण की जरूरत रहती है ऐसे में दिन में थोड़ी-थोड़ी मात्रा में कई बार कुछ खाना चाहिए. यह कम से कम तीन बार भी हो सकता है. अगर आप सिर्फ दो बार ही फलाहार कर रहे हैं तो ध्यान रखें कि बीच-बीच में जूस, छाछ या कोई अन्य पेय पदार्थ जरूर लेते रहें. वहीं कुछ मेवाएं जैसे काजू, बादाम या अखरोट भी बीच-बीच में खा सकते हैं.
पानी कई बार पीना है जरूरी
व्रत में अक्सर डिहाइड्रेशन की समस्या सबसे ज्यादा होती है. शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए पानी पीना जरूरी है. अगर आप बार-बार नहीं खा रहे तो इसका मतलब ये नहीं कि पानी भी न पीएं. उपवास में बार-बार पानी जरूर पीएं. नारियल पानी, नींबू पानी, ग्लूकोज पानी ले लें तो भी बेहतर है.
ये फल देता है एनर्जी का डोज
फलाहार कर रहे हैं तो ध्यान रखें कि हमेशा मौसमी फलों को चुनें. आप जिस भी मौसम में व्रत रख रहे हैं, उस मौसम का कोई भी फल फलाहार में शामिल करें. कम से कम 3 फल फलाहार में होने चाहिए. जहां तक सबसे बेस्ट फल की बात है तो फलाहार में केला जरूर रखें. यह एनर्जी का सुपर डोज है. इसके अलावा सेब, अनार या अन्य कोई मौसमी फल भी खा सकते हैं. वहीं मेवा भी एनर्जी देती हैं तो उन्हें भी शामिल कर लें.
एकसाथ न करें ज्यादा भोजन
व्रत के बाद एक चीज का ध्यान रखें कि अगर आप सुबह से भूखे हैं तो भी व्रत पूरा होने पर कम मात्रा में ही भोजन या फलाहार करें. बहुत ज्यादा आलू, फ्राइड चीजें या मीठी चीजें खाने से आपको परेशानी हो सकती है. कोशिश करें कि व्रत पूरा होने पर एकदम सादा आहार लें. इसमें दही, खीरा, सेब, कम घी में बने आलू, साबूदाना की खिचड़ी या खीर, सवां के चावल की खीर या खिचड़ी, कुट्टू के आटे की रोटियां, लौकी की बनी कोई सादा मिठाई या कालीमिर्च और सेंधे नमक में उबालकर हल्की फ्राई की हुई लौकी आदि खा सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED : September 07, 2023, 19:59 IST