Home Life Style शनिवार को विधि-विधान से करें पीपल की पूजा, मिलेगा चमत्कारिक फल, दूर होगी घर की कलह

शनिवार को विधि-विधान से करें पीपल की पूजा, मिलेगा चमत्कारिक फल, दूर होगी घर की कलह

0


हाइलाइट्स

शनिवार को विधि विधान से करनी चाहिए पीपल के पेड़ की पूजा.
सूर्योदय से पहले पूजा-पाठ करने से दरिद्रता दूर हो जाती है.

Shaniwar Puja: हिंदू परंपरा में पूजा-पाठ का बहुत महत्व है. शास्त्रों में कई पेड़-पौधों की पूजा का भी जिक्र किया गया है. ऐसे ही पीपल के पेड़ की पूजा का भी विशेष महत्व बताया गया है. ऐसा माना जाता है कि पीपल के पेड़ में कई देवी-देवताओं का वास होता है. मान्यता है कि शनिवार को पीपल के पेड़ की विधिवत पूजा करने से घर की दरिद्रता दूर होती है और घर में सुख शांति बनी रहती है. आइए आपको पीपल के पेड़ की पूजा विधि बताते हैं.

हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार शनिवार को सुबह पीपल को जल देने से बहुत लाभ मिलता है. इस दिन सूर्योदय से पहले पीपल को जल चढ़ाना चाहिए. उसके बाद इसकी परिक्रमा करनी चाहिए. इससे मन को तो शांति मिलती ही है साथ ही घर में भी सुख शांति बनी रहती है. अगर आप रोजाना पीपल को जल चढ़ाते हैं तो ये और अच्छा है.

शुक्रवार को इस विधि-विधान से करें मां लक्ष्मी की पूजा, दूर होगी दरिद्रता, घर में होगा सुख-शांति का वास

ऐसे करें पूजा
शनिवार के दिन प्रातः काल सूर्योदय के पहले पीपल की पूजा करनी चाहिए. इस दिन प्रातःकाल उठकर स्नान आदि करके शनिदेन की विधिवत पूजा करें. इसके बाद पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल से दिया जलाएं. इसके बाद पीपल के पेड़ से कुछ पत्तों को तोड़कर, गंगाजल से इसे धोएं और ले आएं.

अब पानी में हल्दी डालकर एक गाढ़ा घोल तैयार करें और दाएं हाथ की अनामिका अंगुली से इस घोल को लेकर पीपल के पत्‍ते पर ह्रीं लिखें. इसके बाद पूजा स्थान पर इस पीपल के पत्ते की पूजा करें. पूजा के पश्चात पत्ते को अपने पर्स या तिजोरी में लगें. कुछ सप्ताह तक लगातार ऐसा काम करें. इससे घर की दरिद्रता दूर होगी और घर में सुख शांति बनी रहेगी. मान्यताओं के अनुसार पीपल के पत्ते की पूजा करने से ईष्टदेव प्रसन्न होते हैं और सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं.

ऐसे लोग भूलकर भी न पहनें रुद्राक्ष, मिल सकते हैं बुरे परिणाम, समझें धारण करने के नियम

Tags: Astrology, Dharma Aastha, Religion, Shanidev



Source link