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विक्रम कुमार झा/पूर्णिया. लगातार ग्रह-गोचर नक्षत्र सहित संसारिक गतिविधियां भी बदलती रहती है. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक सिर्फ पृथ्वी और चंद्रमा की नहीं बल्कि शनि वक्री का एक अलग असर होता हैं. जिससे अलग-अलग राशियों पर अलग-अलग तरह के प्रभाव पड़ते हैं. पूर्णिया के चर्चित पंडित दया नाथ मिश्र बताते हैं कि इस शनि के वक्री हो जाने से राजनीति भूचाल होने की संभावना बनी है, तो वहीं कई राशि के जातकों को फायदा होगा, तो कई जातकों को नुकसान होने की संभावना है. आइए जानते हैं इसका पूरा गणित.
पंडित व ज्योतिष दयानाथ मिश्र कहते हैं किसी भी ग्रह का वक्री होने का अर्थ साफ हैं कि उसका उल्टा होना. यानी वो अपने गति से आगे नहीं जाकर पीछे की तरफ चलेगा. इस चाल को वक्री कहते हैं. हालांकि उन्होंने कहा वही अगर मार्गे होता तो अपने दिशा में आगे निरंतर बढ़ते रहेगा.लेकिन शनि देव वक्री रहेंगे. उन्होंने कहा सभी ग्रह वक्री होते हैं, लेकिन शनि देव सबसे महत्वपूर्ण ग्रह है. इसलिए शनि वक्री हुए और शनिदेव एक राशि पर कम से कम 30 महीने यानी ढाई साल (ढैय्या) कहते हैं. उन्होंने कहा शनि देव जब वक्री होते हैं, तो कोई भी बहुत तेजी से होता है. जल्दी बाजी में होता है. जो आप सोच नहीं सकते.
शनि के वक्री होने से राजनीति भुचाल के साथ इन राशि को फायदा
पंडित जी कहते हैं शनि के वक्री होने से इन तीन राशि के जातकों को नुकसान पहुंचायेगा. तो इन राशि के जातकों को विशेष लाभ देगा. पंडित जी आगे बताते हैं कि मेष राशि, सिंह राशि और वृश्चिक राशि वाले को ज्यादा नुकसान पहुचाएगा. लेकिन उन्होंने कहा कुंभ राशि के जातकों को ज्यादा से ज्यादा लाभ होगा.
राजनीतिक उथल-पुथल की संभावना
पंडित जी कहते हैं शनि के वक्री होने से देश दुनिया पर भी असर पड़ेगा. क्योंकि इस धरती पर हर राशि के लोग हैं. हर तरह के लोग हैं रहते हैं. लेकिन हर तरह के व्यापार करने वाले लोग हैं. शनि संबंधी व्यापारियों को विशेष लाभ होगा. इसके साथ शनि के वक्री होने से राजनीति उथल-पुथल की संभावना बन सकती है. हालांकि इसका समय निर्धारित नहीं है, लेकिन महीने डेढ़ महीने में खत्म हो जायेगा.
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Tags: Local18, Zodiac Signs
FIRST PUBLISHED : June 23, 2023, 12:21 IST
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