Home Life Style शरीर के 5 हिस्सों में दर्द का उठना दिल की बीमारी का संकेत! हाथ-पैर ठंडे रहें तो दें ध्यान, अनदेखी पड़ेगी भारी

शरीर के 5 हिस्सों में दर्द का उठना दिल की बीमारी का संकेत! हाथ-पैर ठंडे रहें तो दें ध्यान, अनदेखी पड़ेगी भारी

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शरीर के 5 हिस्सों में दर्द का उठना दिल की बीमारी का संकेत! हाथ-पैर ठंडे रहें तो दें ध्यान, अनदेखी पड़ेगी भारी

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हाइलाइट्स

दिल की बीमारियां होने पर शरीर में कई तरह के संकेत नज़र आने लगते हैं.
हार्ट डिजीज को समय रहते पहचान कर सही इलाज हासिल कर सकते हैं.

Heart Disease Signs: हमारे शरीर की बनावट कुछ इस तरह की है कि बॉडी में किसी भी तरह की तकलीफ हो तो उसके संकेत पहले से ही मिलने शुरू हो जाते हैं. अगर दिल की बीमारियों की बात करें तो कई ऐसे लक्षण हैं जिन्हें देखकर ही हार्ट डिजीज का अंदेशा महसूस किया जा सकता है. दिल हमारे शरीर का महत्वपूर्ण अंग है. आजकल कम उम्र में ही लोगों को हार्ट डिजीज होने लगी है. इसके पीछे की वजह बेतरतीब लाइफस्टाइल और गलत खान-पान भी बन रहा है. आमतौर पर सीने में दर्द होने को ही दिल से जुड़ी बीमारियों का संकेत माना जाता है लेकिन शरीर के अन्य अंगों में दर्द होना भी दिल की बीमारियों का संकेत हो सकता है.
दिल की बीमारियों का अगर समय रहते पता लगा लिया जाए तो उनका सही तरीके से इलाज किया जा सकता और पेशेंट्स को भविष्य में होने वाले रिस्क को काफी कम किया जा सकता है. मायोक्लीनिक की खबर के मुताबिक दिल की बीमारियों के दौरान अलग-अलग तरह के लक्षण दिखाई देते हैं. आइए उनके बारे में जानते हैं..

धमनियों में दिल की बीमारी के संकेत
कोरोनरी आर्टरी डिजीज एक बेहद कॉमन हार्ट कंडीशन होती है जो कि मुख्य तौर पर रक्त धमनियों को प्रभावित करती हैं जिसकी मदद से हार्ट मसल्स को ब्लड सप्लाई होता है. धमनियों में कोलेस्ट्रॉल का जमना सामान्य तौर पर कोरोनरी आर्टरी डिजीज कहलाता है. कोरोनरी आर्टरी डिजीज के निम्न लक्षण हो सकते हैं:
– सीने में दर्द, सीने में जकड़न, सीने में दबाव और असहजता महसूस करना
– सांस लेने में कठनाई
गला, जबड़ा, गर्दन, पेट का ऊपरी हिस्सा या पीछे का हिस्सा
– दर्द, थकान, कमजोरी या हाथ-पैरों का ठंडा होना, जहां कि रक्त धमनियां सिकुड़ गई हों.

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दिल की धड़कन अनियमित होने से हार्ट डिजीज के लक्षण
– सीने में दर्द और असहजता
– चक्कर आना
– बेहोशी आना
– छाती में फड़फड़ाहट होना
– दिल की धड़कन तेज हो जाना (टेकीकार्डिया)
– सांस लेने में परेशानी
– दिल की धड़कन धीमी होना (ब्राडीकार्डिया)

कॉन्जेंटिनल हार्ट डिफेक्ट से हार्ट डिजीज के लक्षण
– पीला या नीली स्किन या होंठ (सायनोसिस)
– पैर में सूजन, पेट और आंखों के आसपास सूजन
– नवजात में दूध पीने के दौरान सांस लेने में दिक्कत

कार्डियोमायोपैथी के चलते दिल की बीमारी के लक्षण
– चक्कर, हल्कापन और बेहोशी
– थकान
– काम के दौरान या आराम के वक्त सांस कम महसूस होना
– रात में सोने के दौरान सांस लेने में दिक्कत
– दिल की धड़कन का अनियमित होना
– पैर, घुटने और पंजों में सूजन

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हार्ट वॉल्व की वजह से दिल की बीमारी के लक्षण
– सीने में दर्द
– चक्कर
– थकान
– अनियमित धड़कन
– सांस लेने में कठनाई
– पैर, घुटनों में सूजन

5 हिस्सों में उठे दर्द तो हो जाएं अलर्ट
दिल की बीमारियों के कई लक्षण नजर आ सकते हैं. हालांकि कई बार लक्षण इतने सामान्य होते हैं कि अंदाजा लगाना मुश्किल होता है कि ये दिल की बीमारी से संबंधित हो सकते हैं. गले में दर्द होना, जबड़े में दर्द, गर्दन का दर्द और पेट के ऊपरी हिस्से का दर्द भी दिल की बीमारी होने का संकेत दे सकता है. इसके साथ ही पीठ के हिस्से में दर्द होना और हाथ या पैर में ठंडापन आने लगना भी हार्ट डिजीज का संकेत हो सकता है.

Tags: Health, Heart Disease, Lifestyle

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