दुर्गेश सिंह राजपूत/नर्मदापुरम. शुक्रवार 19 मई को अमावस्या का चंद्रमा ब्लैक मून होगा. अमावस्या को न दिखने वाले चंद्रमा के नामकरण के बारे में नेशनल अवॉर्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि 21 मार्च से आरंभ होकर 21 जून को समाप्त होने वाली तीन महीने की खगोलीय बसंत ऋतु में इस साल 4 अमावस्या आ रही हैं. इनमें से शुक्रवार 19 मई को तीसरी अमावस्या है.
तीन महीने के किसी एक सीजन में 4 अमावस्या आने पर तीसरी अमावस्या को ब्लैक मून कहा जाता है. यह शब्द पिछले कुछ सालों से प्रचलन में आ गया है. यह घटना लगभग 33 महीनों बाद होती है. सारिका ने बताया कि यह इस साल की पांचवीं अमावस्या है.
क्या है ब्लैक मून
ब्लैक मून की केवल यही एक परिभाषा नहीं है, बल्कि किसी एक ही अंग्रेजी महीने में अगर दो अमावस्या होती है तो महीने की दूसरी अमावस्या को भी ब्लैक मून कहते हैं. यह लगभग हर 29 माह बाद आता है. एक अन्य परिभाषा के अनुसार अगर फरवरी माह में अमावस्या न हो तो जनवरी और मार्च में दो अमावस्या होती हैं. इन्हें भी ब्लैक मून कहा जाता है.
सूर्य की सीध में चंद्रमा
उन्होंने ये भी बताया है कि प्रत्येक अमावस्या को चंद्रमा सूर्य की सीध में होने से पृथ्वी से उसका चमकीला भाग नहीं दिखता है, इसलिए चंद्रमा दिखाई नहीं देता है, लेकिन साल में 2 से 5 बार तक होने वाले सूर्यग्रहण की घटना में इसे पूर्ण या आंशिक रूप से ढकते हुए देखा जा सकता है.
नेक्स्ट ब्लैक मून नाइट
31 दिसम्बर 2024 एक ही महीने में दो अमावस्या
23 अगस्त 2025 एक सीजन की 4 अमावस्या में से तीसरी अमावस्या
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FIRST PUBLISHED : May 19, 2023, 07:02 IST