शुभमन गिल
शुभमन गिल इस साल के आईपीएल में शानदार फार्म दिखा रहे हैं। उन्होंने अपनी टीम के लिए कमाल का प्रदर्शन किया है। यही वजह है कि टीम ने अंक तालिका में इस वक्त पहला स्थान हासिल कर लिया है। शुभमन गिल ने भी अपने 500 रन इस साल आईपीएल में पूरे कर लिए हैं। इस बीच शुभमन गिल ने एक और नया कारनामा कर दिखाया है। उन्होंने अपने ही साथी श्रेयस अय्यर को पीछे छोड़ दिया है, अब केवल विराट कोहली ही उनसे आगे हैं। हम यहां आईपीएल के एक सीजन में बतौर कप्तान सबसे ज्यादा रन सबसे कम उम्र में बनाने की बात कर रहे हैं।
विराट कोहली नंबर वन, दूसरे स्थान पर पहुंचे शुभमन गिल
आईपीएल के एक सीजन में कप्तान के तौर पर सबसे ज्यादा रन सबसे कम उम्र में बनाने वाले बल्लेबाज विराट कोहली हैं। साल 2013 में विराट कोहली पहली बार आरसीबी के कप्तान बने थे। तब उन्होंने अपनी टीम के लिए 634 रन बना दिए थे। जब उन्होंने 500 रन कप्तान के तौर पर पूरे किए थे, तब उनकी उम्र 24 साल और 186 दिन की थी। अब इस साल शुभमन गिल ने भी कप्तान के तौर पर आईपीएल में 500 रन का आंकड़ा पार कर लिया है। जब उन्होंने ये आंकड़ा छुआ तो उनकी उम्र 25 साल और 240 दिन की थी।
श्रेयस अय्यर तीसरे नंबर पर खिसके
साल 2020 के आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स की कप्तानी करते हुए श्रेयस अय्यर ने 519 रन बनाए थे। जब श्रेयस ने 500 रन पूरे किए थे, तब उनकी उम्र 25 साल और 341 दिन की थी। यानी शुभमन गिल अब दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं, उन्होंने श्रेयस अय्यर को पीछे छोड़ दिया है। साल 2015 में भी विराट कोहली ही आरसीबी के कप्तान थे, तब उन्होंने कप्तानी करते हुए 26 साल और 199 दिन में 500 रन पूरे किए थे। यानी कोहली ही पहले और चौथे नंबर पर काबिज हैं। दूसरे नंबर पर शुभमन गिल और तीसरे पर श्रेयस अय्यर हैं।
कप्तान के तौर पर इस साल सबसे ज्यादा रन बना सकते हैं शुभमन गिल
शुभमन गिल ने अभी तो 500 रन ही बनाए हैं। वे इस बार सबसे ज्यादा रन भी बना सकते हैं। यानी उनके पास मौका है कि वे ऑरेंज कैप अपने नाम करें। हालांकि ये काम इतना आसान है नहीं। सूर्यकुमार यादव, साई सुदर्शन और विराट कोहली से उन्हें टक्कर मिल रही है। लेकिन इतना जरूर हो सकता है कि वे कप्तान के तौर पर इस साल के आईपीएल में सबसे ज्यादा रन बनाएं। अभी तो टीम के पास कई मैच बाकी हैं और अगर उसमें भी शुभमन का बल्ला चला तो वे ये काम तो बड़ी आसानी से कर सकते हैं। इस मामले में उनके सामने कोई बड़ी चुनौती नहीं है।