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शांति आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के प्रो. डॉ. एस.पी तिवारी ने कहा कि इसका बीज और भूसी का सेवन एक चिकित्सक के परामर्श के अनुसार करने से जहां पेट की गंभीर और पुरानी समस्या दूर होती है. तो इसके अलावा पेचिश, दस्त, कान दर्द, सर दर्द, हाथ की समस्या, सूजन, मुंह के छाले, खूनी बवासीर, मूत्र विकार, ब्लड प्रेशर, सर्दी, खांसी, जुखाम और बुखार जैसी तमाम बीमारियों को जड़ से खत्म करने की क्षमता होती है.