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इस औषधि के बारे में जानकर आप भी दंग रह जाएंगे. इसकी पत्तियां, जड़, तना हर अंग किसी संजीवनी बूटी से कम नहीं है. इस औषधि को विशामुष्टि के नाम से जानते हैं. यह औषधि स्वस्थ व्यक्तियों के लिए अमृत एवं रोगियों के लिए वरदान मानी जाती है. यह कैंसर, मिर्गी, जुकाम, बुखार, खांसी, गठिया, छाती की संकुचन, मधुमेह, दांतों के रोग, मसूड़ों के संक्रमण, मसूड़ों का दर्द, त्वचा के रोग, सूजन, फोड़े, छाले, पसीना या चमड़े में जलन, कब्ज, पेट दर्द, गैस, उलटी आदि में बेहद लाभकारी है.
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