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हाइलाइट्स
राजस्थान की रार थामने सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री बनाने को मना सकती है कांग्रेस
सचिन पायलट को एआईसीसी में महासचिव या राजस्थान कांग्रेस की मिल सकती है कमान
राजस्थान संकट टालने राहुल गांधी सीधे कर रहे हैं गहलोत और सचिन पायलट से बात
जयपुर. राजस्थान विधानसभा चुनाव का रण शुरू होने के पहले सत्ताधारी कांग्रेस के लिए सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच मची रार को शांत करना सबसे मुश्किल चुनौती है. इसी को लेकर शीर्ष नेतृत्व दोनों ही नेताओं के बीच मध्यस्थता कराने के फॉर्मूले पर विचार कर रहा है. छत्तीसगढ़ में बगावत का झंडा थामे टीएस सिंहदेव को उपमुख्यमंत्री बनाने के बाद कांग्रेस में इसी फार्मूले से राजस्थान का बवाल खत्म करने की चर्चा है. आपसी लड़ाई थामने को लेकर कांग्रेस तीन विकल्पों पर आगे बढ़ रही है.
दरअसल, कांग्रेस राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में एक ही समस्या से दो चार होती रही है. तीनों राज्यों में सीएम पद की महत्वाकांक्षा वाले नेताओं ने कलह मचा रखी थी. एमपी में तो ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में चले गए और कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिरा दी, लेकिन राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बवाल मचता रहा. ऐसे में छत्तीसगढ़ में अब सिंहदेव को उपमुखमंत्री बनाकर मामला शांत करवा दिया गया है. इसके बाद राजस्थान की बारी है. सूत्रों के मुताबिक, अब सचिन पायलट के लिए कांग्रेस तीन विकल्प के साथ तैयार है.
पहला विकल्प डिप्टी सीएम, समर्थकों को मंत्रीपद की सौगात
राजस्थान की रार थामने के लिए कांग्रेस जिस पहले विकल्प पर फोकस कर रही है, उसमें सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री बनने के लिए मनाने की कोशिश है. इसी के साथ उनके समर्थकों को मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है. इसी के साथ विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे के दौरान भी उनकी बात को गंभीरता से सुने जाने की चर्चा है.
दूसरा विकल्प पार्टी में बड़ा पद और चुनाव कैंपेन कमेटी का अध्यक्ष
दूसरे विकल्प के तौर पर सचिन पायलट को एआईसीसी में महासचिव बनाकर कांग्रेस कार्यसमिति में शामिल कर लिए जाने का है. इसके साथ साथ उनको राजस्थान में कैंपेन कमेटी का अध्यक्ष बनाया जाए. चुनाव प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष की जिम्मेदारी दिए जाने की भी योजना पर मंथन चल रहा है.
प्रदेश अध्यक्ष की मिल सकती है कमान
कांग्रेस नेता मीम अफजल की मानें तो तीसरे विकल्प के तौर पर सचिन पायलट को गाविंद सिंह डोटासारा की जगह प्रदेश अध्यक्ष बना दिए जाने का भी एक रास्ता है. यदि ऐसा होता है तो डोटासरा को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है.
राजस्थान संकट सुलझाने राहुल गांधी खुद हुए सक्रिय
बता दें कि सालों से चल रहे राजस्थान संकट को सुलझाने के लिए अब राहुल गांधी खुद मैदान में उतर गए हैं. अमेरिका जाने से पहले वह गहलोत और पायलट के साथ बैठक कर चुके हैं. राहुल गांधी 3 जुलाई को राजस्थान मामले पर फिर बैठक करने वाले थे, लेकिन गहलोत के पैर में चोट के बाद इस बैठक पर संशय है.बैठक दिल्ली में हो सकती है. पार्टी सूत्रों की मानें तो गहलोत से सलाह कर जल्द ही सचिन की भूमिका का एलान कर दिया जायेगा.
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Tags: Ashok gehlot, Rahul gandhi, Rajasthan Assembly Election, Sachin pilot
FIRST PUBLISHED : June 30, 2023, 20:27 IST
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