[ad_1]
ऐप पर पढ़ें
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ बगावत करने वाले वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन को लेकर यूक्रेन के रक्षा खुफिया प्रमुख बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि रूस की सिक्योरिटी सर्विस प्रिगोझिन की हत्या की साजिश में लगी हुई है। मेजर जनरल किरिलो बुडानोव ने बताया कि कीव को येवगेनी प्रिगोझिन की विद्रोह के बारे में काफी समय से पता था। उन्होंने कहा कि पुतिन की ओर से यूक्रेन पर बड़े पैमाने पर आक्रमण में भाड़े के सैनिक अब कोई खतरा नहीं रहेंगे।
यूक्रेन के रक्षा खुफिया प्रमुख से पूछा गया कि क्या येवगेनी प्रिगोझिन की हत्या पुतिन की ओर से कराई जाएगी? इसके जवाब में काइरिलो बुडानोव ने कहा, ‘हम जानते हैं कि FSB पर उनकी हत्या करने का आरोप लगाया गया था। क्या वे लोग ऐसा करने में सफल होंगे? अब यह तो आने वाला समय ही बताएगा।’ बुडानोव ने कहा कि प्रिगोझिन की हत्या के प्रयास में अभी कोई तेजी नहीं लाई जाएगी। उन्होंने कहा, ‘इस प्लान को अंजाम तक पहुंचाने में उन्हें कुछ समय लगेगा। देखना तो यह भी होगा कि क्या वे इस आदेश का पालन करने में सफल होते हैं या नहीं।’
‘पुतिन अभी सही समय का कर रहे इंतजार’
किरिलो बुडानोव ने कहा कि वैगनर समूह फिलहाल बेलारूस में यूक्रेन के लिए समस्याएं पैदा नहीं करेगा, जहां भाड़े के इन लड़ाकों के लिए शिविर बनाए जा रहे हैं। खुफिया प्रमुख ने दावा किया कि वैगनर और पुतिन के बीच हुए समझौते ने रूस लीडरशिफ को कुछ समय दे दिया है, लेकिन विद्रोह के कारण उनकी पावर कमजोर हुई है। वहीं, सुरक्षा फर्म ग्लोबल गार्जियन के खुफिया विश्लेषक जेव फेनटुच ने कहा कि प्रिगोझिन अभी भी पुतिन के लिए उपयोगी हैं। ऐसे में वह उसे खत्म करने के लिए फिलहाल सही समय का इंतजार कर रहे हैं। उन्हें लगता है कि इससे अल्ट्रानेशनलिस्टों से झटका लगने की संभावना कम है।
वहीं, व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि रूसी समाज ने सशस्त्र विद्रोह के प्रयासों के खिलाफ एकजुटता दिखाई है और लोगों ने देश की सुरक्षा को लेकर अपनी जवाबदेही प्रदर्शित की है। रूसी राष्ट्रपति का यह बयान ऐसे समय में आया है जब हाल ही में रूस में निजी सेना वैगन ग्रुप ने मास्को के खिलाफ विद्रोह कर दिया था। हालांकि, यह बगावत अल्पकालिक रही। पुतिन ने यूक्रेन संघर्ष के संदर्भ में कहा कि ‘बाहरी ताकतें’ हमारी सीमाओं के पास परियोजनाएं चला रही हैं ताकि रूस की सुरक्षा को खतरे में डाला जा सके। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा कि पिछले 8 वर्षों से हथियारों की खेप भेजी जा रही है, डोनबास में शांतिप्रिय लोगों के खिलाफ आक्रामकता हो रही है जो नवनाजीवाद की तरह है।
[ad_2]
Source link