रूस ने सोमवार के विस्फोट और अक्टूबर में हुए विस्फोट दोनों के लिए यूक्रेन को दोषी ठहराया। यूक्रेनी सुरक्षा सेवा के एक प्रवक्ता ने सोमवार को सीधे तौर पर जिम्मेदारी स्वीकार नहीं की, लेकिन कहा कि यूक्रेन के युद्ध में जीत हासिल करने के बाद विस्फोट के बारे में विवरण दिया जाएगा। केर्च जलडमरूमध्य पर 19 किलोमीटर लंबा पुल काला सागर और अज़ोव सागर को जोड़ता है। इसके अलग-अलग खंडों पर सड़क और रेल यातायात दोनों का संचालन होता है।
2016 में शुरु हुआ था पुल का काम
दक्षिणी यूक्रेन में रूस के सैन्य अभियानों को बनाए रखने के लिए यह पुल महत्वपूर्ण है। यह पुल यूरोप में सबसे लंबा है और रूस में यह काफी गर्व का विषय है। रूस की ओर से क्रीमिया पर कब्ज़ा किए जाने के लगभग दो साल बाद, 2016 में इसका निर्माण शुरू हुआ था जो दो साल से अधिक समय में पूरा हुआ। निर्माण की गति प्रभावशाली थी, लेकिन कुछ आलोचकों ने सवाल उठाया कि क्या इसे जल्दबाजी में डिजाइन और निर्मित किया गया था। यह पुल यूक्रेन की कड़ी आपत्ति के बावजूद बनाया गया था और यह रूस के इस दावे की सबसे स्पष्ट एवं निरंतर याद दिलाता है कि क्रीमिया वैध रूप से रूस का हिस्सा है।
पुतिन ने पुल से की थी यात्रा
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने औपचारिक उद्घाटन के समय पुल से यात्रा की थी। पुतिन के निर्माण क्षेत्र से जुड़े अरकडी रोटेनबर्ग से अच्छे संबंध हैं, जिनकी कंपनी को पुल के लिए 3.5 अरब डॉलर का ठेका मिला था। बताया जाता है कि पुल पर रेल यातायात सोमवार को कुछ घंटों के भीतर बहाल कर दिया गया, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि पूर्ण सड़क यातायात सेवा कब बहाल की जा सकेगी। रूसी अधिकारियों ने सोमवार को पुल पर हुए विस्फोट की निंदा की, लेकिन तुरंत जवाबी कार्रवाई के उपाय नहीं बताए। हालांकि रूस ने अन्य यूक्रेनी हमलों का जवाब क्रूज मिसाइल और ड्रोन हमलों से दिया है।