नए बदलाव में एक आईडी पर 9 की जगह केवल 5 सिम कार्ड जारी करने का निर्देश दिया जा सकता है। साथ ही नया सिम कार्ड लेने के लिए किसी तरह के पेपरवर्क की जरूरत नहीं होगी। मतलब यूजर्स डिजिटल तरीक से सिम कार्ड इश्यू करा पाएंगे। इससे फर्जी सिम कार्ड पर की पहचान हो सकेगी। साथ ही नया सिम कार्ड लेने के लिए यूजर्स को फेस आईडी की AI की मदद से पहचान की जाएगी।
क्यों लिया गया ये फैसला
रिपोर्ट की मानें, तो DoT ने फर्जी सिम कार्ड की समस्या के लिए नियमों में बदलाव करने जा रही है। इसके लिए सरकार की ओर से डिजिटल डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन को अनिवार्य बनाया जाएगा। नए सिस्टम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से फर्जी सिम कार्ड पर पाबंदी लगाई जाएगी। इस सिस्टम के तहत पहले से एक्टिव सिम को मोबाइल में नहीं लगा सकेंगे। सिम को मोबाइल में डालने के बाद ही एक्टिवेट किया जा सकेगा। अगर आप पहले से एक्टिव नया सिम कार्ड मोबाइल में डालते, तो आपको फोन लॉक हो जाएगा।
नोट – सरकार की ओर से प्रमोशनल काल को भी रोकने के लिए जारी होने वाले 10 डिजिट के मोबाइल नंबर में बदलाव किया जा रहा है।