Cold Weather and Heart Attacks: हार्ट अटैक यानी दिल का दौरा तब आता है जब हृदय को ब्लड पहुंचाने वाली कोशिकाओं में फैट बढ़ने लगता है और इससे खून का प्रवाह प्रवाहित होने लगता है. फैट या प्लाक अधिक जमा होने से ब्लड कोशिकाएं ब्लॉक हो जाती हैं और हृदय को पर्याप्त मात्रा में ब्लड नहीं पहुंच पाता जिससे दिल का दौरा पड़ जाता है. वैसे तो दिल का दौरा किसी भी मौसम में पड़ सकता है लेकिन ऐसा माना जाता है कि सर्दियों में यह समस्या अधिक होती है.
मेडिकल न्यूज टुडे की खबर के अनुसार ठंड के मौसम में हृदय के कार्य प्रभावित होते हैं जिसकी वजह से दिल पर तनाव बढ़ने लगता है. ठंड के मौसम में मौजूदा कार्डियोवैस्कुलर स्थितियों वाले लोगों को दिल के दौरे का का जोखिम अधिक हो जाता है. आइए जानते हैं कि आखिर दिल के दौरे और सर्दियों के बीच क्या संबंध है.
ठंड का मौसम और दिल की सेहत
स्वीडन में 2017 में हुए एक अध्ययन में अलग अलग मौसम और दिल के दौरे के बीच एक संबंध को उजागर किया गया. इस अध्ययन में यह पता चला कि ठंड के दिनों में दिल के रोग दूसरे मौसम की अपेक्षा अधिक थे. इसके पीछे एक बड़ा कारण यह था कि ठंड के मौसम में मनुष्य को गर्म रखने के लिए हृदय को अधिक मेहनत करनी पड़ती है और ब्लड को पंप करते समय रक्त कोशिकाएं सिकुड़ जाती हैं और इससे हृदय की कार्य प्रणाली प्रभावित होती है जिसकी वजह से कई तरह की शारीरिक दिक्कतें आने लगती हैं.
– एक उच्च हृदय गति
– रक्तचाप में वृद्धि
– उच्च ऑक्सीजन की मांग
– ब्लड का गाढ़ा हो जाना
– रक्त में थक्का जमने लगता है
– धमनियों का जकड़ना
उपर्युक्त सभी कारक ठंड के दिनों में हार्ट अटैक का कारण बनते हैं. इसिलए दिल की बीमारी से जूझने वाले लोगों को इस मौसम में अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है. सर्दियों में स्ट्रोक, हार्ट फेलियर, कार्डियोवेस्कुलर दिक्कतें, एरिथमिया जैसी दिक्कतें तेजी से बढ़ने लगती हैं.
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जोखिम: दिल का दौरा पड़ने का जोखिम ठंड के मौसम के संपर्क और अचानक एक्सरसाइज करने से होता है. इसलिए जरूरी है कि ठंड के मौसम में अचानक कठिन परिश्रम वाले कामों से बचना चाहिए. दिल के दौरे और हृदय रोग के जोखिम कारकों में निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं…
- उच्च रक्तचाप
- उच्च रक्त कोलेस्ट्रॉल
- धूम्रपान करना
- आयु
- परिवार का इतिहास
- मधुमेह होना
- मोटापा होना
- नियमित व्यायाम की कमी
- उच्च शराब की खपत
- वसा और हाई कोलेस्ट्रॉल वाले आहार का सेवन करना
कुछ कारक मौसम बदलने पर अधिक जोखिम हो जाते हैं. जैसे- 2016 के एक अध्ययन से पता चलता है कि धूम्रपान की स्थिति और शराब का सेवन कम तापमान में दिल का दौरा पड़ने की सबसे अधिक संभावना वाले जोखिम कारक थे. ऐसा इसलिए है क्योंकि वे सीधे तौर पर ब्लड कोशिकाओं को प्रभावित करते हैं, जिसके रक्तचाप बढ़ जाता है.
कैसे करें बचाव
ठंड के मौसम में दिल के दौरे की संभावना को कम करने के लिए कुछ कदम उठाए जा सकते हैं. सबसे जरूरी है कि ठंड के संपर्क में रहने की अवधि को कम किया जाए और परीश्रम वाले कार्यों को कम करने का प्रयास करें.
- शरीर के तापमान को बनाए रखने के लिए गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करें.
- ठंडी हवा और नम क्षेत्रों में जितना संभव हो कम रहें.
- ठंडे स्थानों में समय बिताने के समय एल्कोहल जैसे मादक पदार्थों के सेवन से बचें.
- शरीर को गर्म रखने के लिए ठंड के मौसम में कोशिश करें कि गर्म भोजन और गर्म पेय पदार्थ का सेवन करें.
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Tags: Health tips, Heart attack, Winter Session
FIRST PUBLISHED : December 12, 2022, 06:00 IST