नरेश पारीक/चूरू: राजस्थान का खान-पान और यहां की माटी की महक कुछ ऐसी ही है जो यहां देशी और विदेशी को भी खींच लाती है. लोक रंगों से सराबोर राजस्थान का पारंपरिक खानपान यहां की विशेष पहचान है और उसी पार खान-पान में शामिल हैं. यहां बनने वाली राबड़ी, जी हां बाजरे की राबड़ी जिसकी दिलचस्प बात तो ये है कि राबड़ी को यहां के गर्मियों के खान-पान में भी मुख्य रूप से शामिल किया जाता है तो सर्दियों में भी इसे सर्दी, जुखाम का रामबाण उपचार बताया जाता है.
दिल की बीमारियों में है फायदेमंद
अपने लजीज स्वाद के चलते ये राबड़ी झोपड़े से लेकर 5 स्टार होटलों में भी बनती है. दूधवाखारा गांव के देवेंद्र दाधीच बताते हैं बाजरे की राबड़ी की तासीर गर्म रहती है ऐसे में सर्दियों में यह सर्दी में खान-पान के साथ उत्तम पेय है. दाधीच बताते हैं बाजरे में भरपूर मात्रा में डायट्री फाइबर होते हैं जो पाचन में लाभकारी होते हैं जिससे कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम हो जाता है और दिल की बीमारियों का खतरा नहीं रहता.
उच्च रक्तचाप और अस्थमा जैसी बीमारियों के लिए भी यह बहुत फायदेमंद है. लीवर की सुरक्षा के लिए भी इसका इस्तेमाल काफी अच्छा माना जाता है. बाजरे में आयरन भी इतना ज्यादा होता है कि खून की कमी से होने वाले रोग भी नहीं होते.
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ऐसे बनाएं राबड़ी
बाजरी को अच्छी तरह धोकर निथारकर छोड़ दे कुछ समय पश्चात ओखली या मिक्सी की सहायता से धरधरा पीस लें जिसके बाद ताजा दही या छाछ में धरधरा पिसा हुआ बाजरा डाल दे. नमक और थोड़ी सी चीनी डाल दे. धीमी आंच पर पकाते रहे तो वही कुछ लोग इसमें दूध व घी भी डालते हैं. राबड़ी जहां आपके पेट के लिए अच्छी होगी वहीं ये शरीर में एनर्जी बढ़ाने का भी काम करेगी.
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FIRST PUBLISHED : December 22, 2023, 18:03 IST