Home Business सस्ता होगा इंश्योरेंस, प्रीमियम पर मिलेगा ‘वैक्सीन वाला डिस्काउंट’! बस करना होगा ये काम, जानिए क्या है IRDAI की तैयारी

सस्ता होगा इंश्योरेंस, प्रीमियम पर मिलेगा ‘वैक्सीन वाला डिस्काउंट’! बस करना होगा ये काम, जानिए क्या है IRDAI की तैयारी

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सस्ता होगा इंश्योरेंस, प्रीमियम पर मिलेगा ‘वैक्सीन वाला डिस्काउंट’! बस करना होगा ये काम, जानिए क्या है IRDAI की तैयारी

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हाइलाइट्स

कोरोना महामारी के बाद इंश्योरेंस कंपनियों ने सभी प्लान पर प्रीमियम बढ़ाया है.
अब कोविड-19 वैक्सीन के तीनों डोज लेने वाले ग्राहकों को रेनेवल पर राहत मिल सकती है.
IRDAI ने इंश्योरेंस कंपनियों से पॉलिसी रेनेवल पर मौजूदा ग्राहकों को राहत देने के लिए कहा है.

नई दिल्ली. अगर आप नई लाइफ, हेल्थ या टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदना चाहते हैं और प्रीमियम पर डिस्काउंट पाना चाहते हैं तो आपको कोरोना वैक्सीन के तीनों डोज लेने होंगे. क्योंकि आने वाले दिनों में इंश्योरेंस कंपनी इस प्रस्ताव पर विचार कर सकती हैं. दरअसल बीमा नियामक IRDAI ने बीमाकर्ताओं से कहा है कि वे उन पॉलिसीधारकों को जनरल और हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसियों के रेनेवल पर छूट देने पर विचार करें, जिन्होंने कोविड-19 वैक्सीन के तीन शॉट्स लिए हैं.

कोरोना महामारी के बाद बीमा कंपनियों ने लाइफ, हेल्थ और टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी से जुड़े नियमों कुछ बदलाव किए, साथ ही सभी तरह के प्लान पर प्रीमियम भी बढ़ाया है. क्योंकि देश में महामारी के दौरान इंश्योरेंस कंपनियों को भारी संख्या में क्लेम मिलने से काफी नुकसान हुआ था.

IRDAI ने बीमा कंपनियों को दिया सुझाव
मिंट की खबर के अनुसार, इरडा ने इंश्योरेंस कंपनी से कहा है कि वे उन पॉलिसीधारकों को जनरल और हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसियों के रेनेवल पर छूट देने पर विचार करें, जिन्होंने कोरोना वैक्सीन के तीन शॉट्स लिए हैं. न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, बीमा नियामक ने लाइफ और नॉन लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों को कोविड -19 संबंधित क्लेम को जल्द से जल्द निपटाने और कागजी काम कम करने को कहा है.

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कोरोना काल में बढ़े थे इंश्योरेंस क्लेम के मामले
नियामक ने बीमाकर्ताओं से यह सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया कि सूचीबद्ध अस्पतालों को कोविड अस्पताल में भर्ती होने के लिए जमा राशि लेने से प्रतिबंधित किया जाए, क्योंकि कुछ अस्पताल कैशलेस पॉलिसी होने के बावजूद पहली और दूसरी लहर के दौरान कोविड उपचार के लिए जमा राशि मांग रहे थे. दूसरी ओर, बीमाकर्ताओं ने नियामक से ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल का मानकीकरण बनाने के लिए कहा ताकि धोखाधड़ी के मामलों को कम किया जा सके.

बता दें कि कोरोना महामारी के कारण वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान बीमा कंपनियों के डेथ क्लेम यानी मृत्यु दावों में 73.41 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई थी. इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (IRDAI) के द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, बीमाकर्ताओं ने 2021-22 के दौरान 15.87 लाख पॉलिसियों से जुड़े 45,817 करोड़ रुपये के क्लेम का भुगतान किया. इनमें से 17,269 करोड़ रुपये के क्लेम कोविड से हुई मौतों के कारण दिए गए थे.

Tags: Health Insurance, Health insurance premium, Insurance Company, Insurance Policy, Insurance Regulatory and Development Authority

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