Home National साइप्रस में पीएम के पांव, पीछे TRNC का झंडा… एर्दोगन देख लें, और चाहें तो आस‍िम मुनीर को दिखा लें

साइप्रस में पीएम के पांव, पीछे TRNC का झंडा… एर्दोगन देख लें, और चाहें तो आस‍िम मुनीर को दिखा लें

0
साइप्रस में पीएम के पांव, पीछे TRNC का झंडा… एर्दोगन देख लें, और चाहें तो आस‍िम मुनीर को दिखा लें

[ad_1]

Last Updated:

पीएम मोदी की साइप्रस यात्रा ने तुर्की को सख्त संदेश दिया, जिसने 1974 में साइप्रस के हिस्से पर कब्जा किया था. पीएम मोदी की उपस्थिति तुर्की के लिए चुनौती है.

साइप्रस में पीएम के पांव...एर्दोगन देख लें, चाहें तो आस‍िम मुनीर को दिखा लें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साइप्रस की राजधानी निकोशिया के सेंटर में साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडुलाइडिस के साथ.

हाइलाइट्स

  • पीएम मोदी की साइप्रस यात्रा तुर्की को सख्त संदेश
  • पीएम मोदी की उपस्थिति तुर्की के लिए चुनौती
  • तुर्की के कब्जे वाले क्षेत्र में पीएम मोदी का दौरा

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान तुर्की ने भारत के साथ जो कुछ भी क‍िया, वो हर भारतीय को याद होगा. पीएम मोदी को तो यह कतई नहीं भूलेगा. तभी तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब तुर्की के पड़ोसी देश साइप्रस के दौरे पर गए तो एकटक पूरी दुन‍िया की निगाह उन पर थी. उनके एक-एक मूवमेंट पर फोकस था. लेकिन सोमवार को पीएम मोदी साइप्रस के राष्‍ट्रपत‍ि निकोस क्रिस्टोडुलाइडिस के साथ वहां पहुंच गए, जहां से तुर्की का बॉर्डर सटा हुआ है. पीएम मोदी जब साइप्रस की राजधानी निकोशिया के सेंटर में साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडुलाइडिस के साथ खड़े थे, तो उनकी पृष्ठभूमि में एक झंडा लहरा रहा था… टर्किश रिपब्लिक ऑफ नॉर्दर्न साइप्रस (TRNC) का झंडा. यह वही इलाका है, जिसे तुर्की ने 1974 में बलपूर्वक कब्जे में लिया था और जिसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय आज भी मान्यता नहीं देता. पीएम मोदी ने वहां पहुंचकर एर्दोगन को सख्‍त संदेश द‍े द‍िया.

हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तुर्की ने खुलकर पाकिस्तान का साथ दिया था, उसे ड्रोन और सैन्य तकनीक मुहैया करवाई थी. यहां तक क‍ि जंग खत्‍म होने के बाद तुर्की के राष्‍ट्रपत‍ि एर्दोगन ने पाक‍िस्‍तान के आर्मी चीफ आस‍िम मुनीर और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की आवभगत भी की थी. ऐसे में पीएम मोदी का तुर्की की सीमाओं के इतने करीब जाकर, साइप्रस के उस हिस्से की ओर खड़े होना, जिसे तुर्की ने कब्जा कर रखा है, ये सीधा संदेश था कि भारत अब सिर्फ चुपचाप नहीं रहेगा. तुर्की के राष्‍ट्रपत‍ि एर्दोगन ये तस्‍वीर देख लें और चाहें तो आस‍िम मुनीर को भी इसे दिखा दें.

पाक‍िस्‍तान का दोस्‍त
पीएम मोदी की यह यात्रा साफ इशारा करती है कि भारत अब अपने दुश्मनों के साथ-साथ उनके साथ खड़े होने वालों को भी याद रखता है. तुर्की पाकिस्तान का रणनीतिक साझेदार रहा है. कई मौकों पर वह भारत के ख‍िलाफ बयानबाजी करता रहता है. खासकर कश्मीर को लेकर वह कई बार बोलता रहता है. वह खुद को मुस्‍लि‍म मुल्‍कों का रहनुमा के तौर पर पेश करता है. उसके ल‍िए यह तस्‍वीर परेशान करने वाली है.

तुर्की के लिए चुनौती
पीएम मोदी का साइप्रस जाना तुर्की के लिए टेंशन देने वाला है. क्‍योंक‍ि टर्किश रिपब्लिक ऑफ नॉर्दर्न साइप्रस को सिर्फ तुर्की ने मान्यता दी है और बाकी दुनिया इसे अवैध कब्जा मानती है. ऐसे में पीएम मोदी की यह मौजूदगी न सिर्फ साइप्रस के लिए समर्थन का संकेत है, बल्कि तुर्की के लिए एक चुनौती भी है. टर्किश रिपब्लिक ऑफ नॉर्दर्न साइप्रस पूर्वी भूमध्य सागर में स्थित साइप्रस द्वीप के उत्तरी हिस्से पर स्थित एक क्षेत्र है. 1974 में तुर्की ने साइप्रस में सैन्य हस्तक्षेप कर इस क्षेत्र पर कब्जा कर लिया था, जब ग्रीस समर्थित तख्तापलट हुआ था. 1983 में इसे TRNC के रूप में घोषित किया गया, लेकिन संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय समुदाय इसे अवैध कब्जा मानते हैं. यह इलाका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साइप्रस गणराज्य का हिस्सा माना जाता है. TRNC की राजधानी उत्तरी निकोशिया है और यहां तुर्की का मजबूत सैन्य और आर्थिक प्रभाव है.

Gyanendra Mishra

Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for ‘Hindustan Times Group…और पढ़ें

Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for ‘Hindustan Times Group… और पढ़ें

homenation

साइप्रस में पीएम के पांव…एर्दोगन देख लें, चाहें तो आस‍िम मुनीर को दिखा लें

[ad_2]

Source link