हाइलाइट्स
जॉन्डिस या पीलिया की बीमारी के साथ-साथ अगर स्किन में ज्यादा खुजली हो तो यह पेनक्रिएटिक कैंसर के संकेत हो सकते हैं.
डायबिटीज में वेट लॉस भी होने लगता है और मसल्स में कमजोरी आने लगती है.
Warning Sign of 3 Silent killer disease: कुछ बीमारियां ऐसी होती हैं जो इंसान के जीवन बेहद चुपके से आती हैं लेकिन कुछ ही साल बाद यह साइलेंट किलर बन जाती हैं. इनमें से दो बीमारियां हमारे खराब लाइफस्टाइल के कारण होती है जबकि तीसरी बीमारी का संबंध भी कुछ हद तक हमारी आदतों से है. जब ये बीमारियां हमारे शरीर में घुसती हैं तो शुरुआत में यह भनक तक नहीं लगने देती है. दुनिया भर के लाखों लोग इन 3 खतरनाक बीमारियों के शिकार हैं. अगर शुरुआत में इनपर ध्यान न दिया जाए जो जिंदगी भर के लिए शरीर में अपना पैठ जमा लेती है और मौत के जोखिम को कई गुना बढ़ा देती हैं. इन बीमारियों को साइलेंट किलर नाम दिया गया है. इससे लाखों लोगों की जान हर साल चली जाती है. साइलेंट किलर ये बीमारियां हैं-डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और पेनक्रिएटिक कैंसर. इन 3 खतरनाक साइलेंट किलर बीमारियों के बारे में हम यहां जानकारी देंगे से चुपके से शरीर में घुसकर वार करती हैं. साथ ही इसके वार्निंग साइन भी बताएंगे.
साइलेंट किलर बीमारियां
1. हाई ब्लड प्रेशर-टीओआई की खबर के मुताबिक हाई ब्लड प्रेशर ‘साइलेंट किलर’ है जो अचानक हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे को बढ़ा देता है. जब हाई ब्लड प्रेशर शरीर में घुसता है तो पता नहीं चलता है. बहुत बाद में इसका पता चल पाता है. डब्ल्यूएचओ के मुताबिक दुनिया भर में करीब 2 अरब लोग हाई ब्लड प्रेशर के शिकार हैं लेकिन इनमें से 70 करोड़ से ज्यादा लोगों को पता ही नहीं है. हाई ब्लड प्रेशर की मुख्य वजन गतिहीन लाइफस्टाइल है.
हाई ब्लड प्रेशर के वार्निंग साइन
ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन के मुताबिक हाई ब्लड प्रेशर होने पर देखने में दिक्कत होने लगती है. कभी-कभी नाक से खून आने लगता है और सांस लेने में भी परेशानी होती है. इसके साथ ही छाती में दर्द, सिर में दर्द और चक्कर आना भी हाई बीपी के संकेत हैं. लेकिन ये संकेत बाद में दिखते हैं. इसलिए समय-समय पर बीपी चेक करवाते रहे.
2. डायबिटीज-खराब लाइफस्टाइल से संबंधित सबसे खराब बीमारी है डायबिटीज जो साइलेंट किलर है. डायबिटीज के कारण हार्ट अटैक, ब्लड प्रेशर, कैंसर, किडनी फेल्योर जैसी घातक बीमारियां हो सकती हैं. डब्ल्यूएचओ के मुताबिक दुनिया भर में करीब 42.2 करोड़ लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं. इनमें से हर साल 15 लाख लोगों की मौत डायबिटीज के कारण होती है. भारत में डायबिटीज के सबसे ज्यादा मरीज हैं. यहां 8 करोड़ लोगों को डायबिटीज है जो तेजी से अन्य बीमारियों के जोखिम को बढ़ाता है.
डायबिटीज के वार्निंग साइन
ब्रिटिश हेल्थ सर्विस के मुताबिक अगर आपको बहुत ज्यादा प्यास लगती हो, बार-बार पेशाब आता हो, खासकर रात में, बहुत ज्यादा थकान रहती है तो आपको डॉक्टर से दिखाना चाहिए. डायबिटीज में वेट लॉस भी होने लगता है और मसल्स में कमजोरी आने लगती है. डायबिटीज के कारण प्राइवेट पार्ट में खुजली भी होने लगती है. इसलिए इन परेशानियों में डॉक्टर से अवश्य दिखाएं. अगर शुरुआती दौर में डायबिटीज का पता चल जाए तो इसका इलाज किया जा सकता है.
3.पेनक्रिएटिक कैंसर-यूके के पेनक्रिएटिक कैंसर सोसाइटी के मुताबिक पेनक्रिएटिक कैंसर सबसे घातक साइलेंट किलर में से एक है. पेनक्रिएटिक कैंसर के ज्यादातर मामलों में मरीज की मौत हो जाती है. पेनक्रिएटिक कैंसर के अर्ली स्टेज में किसी लक्षण को देखना बेहद मुश्किल है. हालांकि जरूरी नहीं कि हर मामले में पेनक्रिएटिक कैंसर हो ही क्योंकि पेनक्रिएटिक कैंसर के मामले बहुत कम होते हैं. फिर भी कुछ संकेतों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
पेनक्रिएटिक कैंसर के वार्निंग साइन
जॉन्डिस या पीलिया की बीमारी के साथ-साथ अगर स्किन में ज्यादा खुजली हो, पेशाब का रंग ज्यादा गहरा हो और स्टूल का कलर भी ज्यादा पीला हो तो यह पेनक्रिएटिक कैंसर के संकेत हो सकते हैं. हालांकि सिर्फ यही साइन पेनक्रिएटिक कैंसर में हो जरूरी नहीं है. साधारण पीलिया में भी ये साइन हो सकते हैं लेकिन इस स्थिति में डॉक्टर से दिखाना जरूरी है. हर तरह के कैंसर में वेट में अचानक गिरावट आने लगता है और भयंकर कमजोरी होने लगती है. इसके अलावा डायरिया या कॉन्स्टिपेशन भी पेनक्रिएटिक कैंसर के वार्निंग साइन हो सकते हैं. इसलिए किसी भी नतीजे पर खुद न पहुंचें. ज्यादातर मामले अलग होते हैं. इसलिए डॉक्टर से दिखाएं.
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Tags: Health, Health tips, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : August 16, 2023, 06:40 IST