हाइलाइट्स
हिंदू धर्म के साथ जैन धर्मावलम्बियों के लिए भी रोहिणी व्रत का बहुत महत्व है.
यह व्रत 25 दिसंबर दिन सोमवार को पड़ रहा है, जोकि साल का आखिरी व्रत है.
रोहिणी नक्षत्र का व्रत महिलाएं अपने सुहाग की लंबी उम्र के लिए रखती हैं.
aaj ka panchang 25 December 2023: हिंदू धर्म के साथ जैन धर्मावलम्बियों के लिए भी रोहिणी व्रत का बहुत महत्व है. यह व्रत इस बार 25 दिसंबर दिन सोमवार को पड़ रहा है, जोकि साल 2023 का आखिरी व्रत है. बता दें कि, ज्योतिष शास्त्र में 27 नक्षत्र बताए गए हैं. इनमें एक नक्षत्र रोहिणी भी है. यह नक्षत्र हर महीने के 27वें दिन पड़ता है. रोहिणी व्रत सौभग्य का सूचक माना जाता है. मुख्य रूप से यह व्रत महिलाएं अपने सुहाग की लंबी उम्र के लिए रखती हैं. मान्यता है कि इस व्रत को रखने से महिला को अपने पति की लंबी आयु के साथ अच्छा स्वास्थ्य मिलता है. साथ ही यह व्रत कर्म विकार को दूर कर कर्म बंधन से छुटकारा दिलाता है.
जैन धर्म ग्रंथों के मुताबिक, रोहिणी व्रत के दिन सुबह स्नान आदि से निवृत होकर स्वच्छ कपड़े पहनकर सबसे पहले व्रत का संकल्प लें. भगवान वासुपूज्य की पंच रत्न, ताम्र या स्वर्ण प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें. फिर पूजा करके पूरे दिन भगवान वासुपूज्य की आराधना करें. भगवान को वस्त्र, फूल अर्पित करें. उनको फल मिठाई का भोग लगाएं. इस दिन मन में ईर्ष्या द्वेष जैसे कुविचारों को आने न दें. किसी महिला का अपमान न करें.
वहीं, हिन्दू धर्म के मुताबिक, सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें. इसके बाद भगवान श्री कृष्ण और माता रोहिणी के समक्ष व्रत का संकल्प लें और उनका ध्यान करें. भगवान श्री कृष्ण और मां रोहिणी की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें और स्नान कराएं. उनको कलावा अर्पित करें और अक्षत लगाएं. श्री कृष्ण और माता रोहिणी वस्त्र, पुष्प, फल, मिठाई आदि चढ़ाएं. मंत्रों का जाप करें. पूजा के आखिर में आरती करें और भोग को प्रसाद के रूप में बांटें. आइए पंचांग से जानते हैं शुभ मुहूर्त, महत्व, राहुकाल, दिशाशूल आदि.
ये भी पढ़ें: Christmas 2023 Vastu: घर की इस दिशा में लगाएं क्रिसमस ट्री, वास्तु दोष होगा दूर, प्रभु यीशु जीवन में भर देंगे खुशियां
25 दिसंबर 2023 का पंचांग
आज की तिथि- शुक्ल चतुर्दशी
आज नक्षत्र – रोहिणी
आज का करण – गर
आज का पक्ष – शुक्ल पक्ष
आज का योग- शुभ till 04:09:14 AM, 26 दिसम्बर
आज का दिन- सोमवार
चंद्र राशि – वृष
ऋतु – हेमंत
ये भी पढ़ें: श्री हरि को प्रसन्न करने के लिए गुरुवार को करें ये 5 उपाय, गुरु दोष से मिलेगी मुक्ति, दौलत से भर जाएगी तिजोरी
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय – 06:49:01 AM
सूर्यास्त – 05:19:09 PM
चंद्र उदय – 03:43:37 PM
चन्द्रास्त – 05:09:44 AM
शुभ मुहूर्त – 11:43:00 AM to 12:25:00 PM
राहु काल – 08:07:47 AM to 09:26:33 AM
गुलिक काल – 01:22:51 PM to 02:41:37 PM
.
Tags: Astrology, Dharma Aastha, Religion, Vrat
FIRST PUBLISHED : December 24, 2023, 13:14 IST