अभिषेक माथुर/हापुड़: बच्चा अगर मौसम बदलने के कारण बार-बार बीमार हो जाता है या फिर इंफैक्शन से परेशान रहता है, तो उसे साल में दो बार यह खुराक जरूर पिलवा दें. जिससे न सिर्फ बच्चे का बीमारियों से बचाव होगा, बल्कि उसकी इम्यूनिटी पावर भी स्ट्रॉंग होगी. स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह दवा बच्चों को फ्री में पिलाई जा रही है. इसके लिए विभाग की टीमें घर-घर जा रही हैं.
हापुड़ जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील त्यागी ने बताया कि नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को संक्रामक रोगों से बचाने, डायरिया और आंखों के रोग अंधता-रतौंधी आदि रोगों से बचाने के लिए विटामिन ए की खुराक पिलानी जरूरी होती है. विटामिन ए की पहली खुराक बच्चे को नौ माह की उम्र पर मीजल्स रूबेला के टीके के साथ दी जाती है. जबकि दूसरी खुराक 16वें महीने पर दी जाती है. इसके बाद पांच साल तक हर वर्ष दो बार छह-छह माह के अंतराल पर दी जाती है.
बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई जा रही
सीएमओ ने बताया कि शासन के निर्देश पर 27 दिसंबर से 27 जनवरी तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत 1 लाख 44 हजार बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई जानी है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा 1400 से अधिक सत्रों का आयोजन भी किया जाएगा. अभी तक वर्तमान में करीब 56 हजार बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई जा चुकी है. उन्होंने बताया कि 9 से 12 महीने के बच्चे को एक एमएल खुराक नियमित टीकाकरण सत्र के दौरान मीजल्स रूबेला एमआर के पहले टीके के साथ, जबकि 16 से 18 माह के बच्चों को विटामिन ए की दो एमएल खुराक दी जाती है. इस खुराक के पीने से बच्चों का न सिर्फ संक्रामक रोगों से बचाव होता है, बल्कि इम्यूनिटी पावर भी स्ट्रांग होती है.
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FIRST PUBLISHED : January 12, 2024, 10:54 IST