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कर्नाटक विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज करने के बाद रविवार देर शाम कांग्रेस विधायक दल (CLP) की पहली बैठक हुई। इस मीटिंग में पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार, कांग्रेस सांसद व नेता केसी वेणुगोपाल सहित कांग्रेस के अन्य नेता शामिल हुए। सीएलपी ने सर्वसम्मति से कांग्रेस विधायक दल के नेताओं के चयन को AICC अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के निर्णय पर छोड़ने का फैसला किया है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की ओर से जारी रेजोल्यूशन में भी इस बात की जानकारी दी गई। इसमें कहा गया, ‘कांग्रेस विधायक दल ने सबकी सहमति से यह तय किया कि CLP लीडर के चयन को AICC अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के निर्णय पर छोड़ा जाए।’
सीनियर नेताओं सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच मुख्यमंत्री पद की दौड़ तेज होने के बीच पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे रविवार को दिल्ली लौट आए। उन्होंने कहा कि एआईसीसी के पर्यवेक्षक कर्नाटक में पार्टी विधायकों की राय से आलाकमान को अवगत कराएंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री के चयन को लेकर फैसला किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में पार्टी के लिए सब कुछ ठीक-ठाक रहा है और जल्द ही सरकार बनेगी।
शिवकुमार ने CM पद की दौड़ में शामिल होने का दिया संकेत
इस बीच, कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष शिवकुमार ने संकेत दिया कि वह मुख्यमंत्री पद की दौड़ में हैं। उन्होंने कहा कि वह सभी को साथ लेकर चले और कभी भी अपने लिए कुछ नहीं मांगा। उन्होंने अपने और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बीच मतभेदों की खबरों को भी खारिज कर दिया। शिवकुमार ने तुमकुरु के नॉनविनकेरे में कहा कि कांग्रेस और विधायक दल कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री का फैसला करेंगे।
इस सवाल पर कि लोगों की पसंद के बजाय मेहनत करने वालों को वरीयता दी जानी चाहिए, शिवकुमार ने कहा कि जब 2019 के उपचुनाव में पार्टी की हार के बाद सिद्धारमैया और दिनेश गुंडू राव ने क्रमशः कांग्रेस विधायक दल के नेता और राज्य इकाई के प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया था, तब कांग्रेस की तत्कालीन अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उन पर विश्वास जताया था और उन्हें राज्य इकाई का अध्यक्ष बनाया था।
सिद्धारमैया-शिवकुमार में CM पद को लेकर कड़ी टक्कर
पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष डीके शिवकुमार दोनों ही मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे हैं। दोनों ने विधायक दल की बैठक से पहले अपने समर्थक विधायकों के साथ बैठक की। मालूम हो कि कांग्रेस ने रविवार को कर्नाटक में सीएलपी का नेता चुनने के लिए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे और पार्टी नेताओं- जितेंद्र सिंह व दीपक बाबरिया को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने बताया कि केंद्रीय पर्यवेक्षक सीएलपी की बैठक की निगरानी करेंगे।
(एजेंसी इनपुट के साथ)