Monday, July 8, 2024
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सिर्फ मेडिकल ट्रीटमेंट ही नहीं इन योगासन से भी प्रोस्टेट कैंसर का जोखिम हो सकता है कम, जानें


Prostate cancer Prevention by Yogasan: प्रोस्टेट कैंसर भी दूसरे कैंसर की तरह एक गंभीर बीमारी है. प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में होने वाला दूसरा सबसे आम कैंसर है. डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार 2020 में करीब 10 मिलियन लोगों की मौत कैंसर से हुई थी. वहीं दूसरी तरफ करीब 1.41 मिलियन लोग प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित हुए हैं. प्रोस्टेट पुरुष प्रजनन से संबंधित एक ग्रंथि होती है जो सीधे मूत्राशय के नीचे स्थिति होती है.

टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार प्रोस्टेट कैंसर तब शुरू होता है जब प्रोस्टेट ग्रंथि की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती है. कैंसर प्रोस्टेट ग्रंथि कोशिकाओं के रूप और आकार में छोटे बदलावों से शुरू होता है- जिसे प्रोस्टेटिक इंट्रापीथेलियल नियोप्लासिया के नाम से जाना जाता है. इसके कुछ शुरुआती लक्षणों में पेशाब की शुरुआत या फिर पेशाब के बंद होने में दिक्कत महसूस होना है. यदि ध्यान न दिया जाए तो यह तेजी से विकसित होता है. कुछ ऐसे योगासन हैं जिनके माध्यम से प्रोस्टेट कैंसर के प्रसार को रोका जा सकता है. आइए जानते हैं इनके बारे में..

योग एक्सपर्ट की मानें तो आसन पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को मजबूत करते हैं जिससे पेल्विक का तनाव कम होता है. इससे पेशाब के नियंत्रण में सुधार लाने में मदद होती है.

वज्रासन: प्रोस्टेट कैंसर से बचाव या फिर इसके विकास को रोकने के लिए वज्रासन की फायदेमंद है. इसे करने के लिए पैरों को फोल्ड करके घुटने जमीन में टच कराकर बैठें. अगर घुटने पर कोई दिक्कत है तो नीचे तकिए का इस्तेमाल कर सकते हैं. हथेलियों को ऊपर की ओर रखे और पीठ को सीधा रखें. 15-20 सेकेंड इसी पोजीशन में बैठे.

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मंडूकासन: इस आसन को वज्रासन मुद्रा पर रहते हुए किया जा सकता है. वज्रासन की मुद्रा में दाहिने हाथ की हथेली को बाईं हथेली पर रखें और फिर दोनों को नाभि पर रखें. अब हल्के दबाव के साथ पेट को अंदर की तरफ दबाएं. अब सांस छोड़ें और आंखों से सीधा रखते हुए आगे की तरफ झुकें.

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शलबासन वैरिएशन: इस आसन को करने के लिए पेट के बल लेट जाएं. अब अपने दोनों हाथों को पीछे की तरफ रख लें. अब अपने दाहिने हाथ और बाएं पैर को ऊपर की तरफ उठाएं और धीरे धीरे सांस लें. अब अपने घुटने को सीधा रखने हुए अपने सिर और छाती को ऊपर उठाएं. इस प्रक्रिया को 10-15 सेकेंड के लिए बनाएं रखें.

मार्जरी आसन: इस आसन को करने के लिए आप को गाय या बिल्ली की पोजीशन में आना होगा. पहले गहरी सांस लें और फिर धीरे धीरे दाहिनी भुजा को ऊपर ऊठाएं. ध्यान रखें कि आप जिस समय दाएं हांथ को उठाएंगे उस समय विरोधी पैर को उठाएं.

नौकासन: नौकासन एक बेहद आसान योगासन है. इसे करने के लिए आप फ्लोर पर बैठ जाएं इसके बाद अपनी बॉडी को हल्का सा पीछे की ओर धकेलें पिर अपने पैरों को ऊपर की तरफ और अपने दोनों हाथों से अपने घुटनें को टच करने की कोशिश करें. इसमें आपके पैर जमीन 30-45 डिग्री के एंगल में उठने चाहिए.

Tags: Cancer, Health, Lifestyle



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