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Stairs In Southwest Directions: आप वास्तु को लेकर कोई निर्णय ले रहे हैं, तो पहले सही जानकारी लीजिए, किसी अनुभवी विशेषज्ञ से सलाह लीजिए और फिर ही कोई बदलाव करें. नहीं तो यह केवल दिखावे की बात बनकर रह जाएगी और जी…और पढ़ें

सीढ़ियों से जुड़ा वास्तु
हाइलाइट्स
- वास्तु विशेषज्ञ से सलाह लेना ज़रूरी है.
- गलत दिशा में सीढ़ियां नकारात्मक ऊर्जा ला सकती हैं.
- वास्तु केवल दिशा नहीं, ऊर्जा का संतुलन है.
Stairs in Southwest Directions: आजकल लोगों में एक नई सोच तेज़ी से फैल रही है कि सिर्फ़ अपने घर को सुंदर और बड़ा बना लेने से सब कुछ ठीक हो जाएगा. लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि घर की दिशा और बनावट भी आपकी ज़िंदगी को कितना प्रभावित कर सकती है? हाल ही में एक व्यक्ति ने अपने नए घर का निर्माण कराया. उसने बताया कि उसका घर वास्तु के मुताबिक बनाया गया है, लेकिन जब हमने ध्यान से देखा, तो पाया कि सीढ़ियां दक्षिण-पश्चिम दिशा में बनाई गई थीं. यही एक छोटी-सी गलती उसके जीवन में भारी पड़ी. उसने ऊपरी मंज़िल पर रहना शुरू किया, लेकिन कुछ ही समय में कर्ज़ में डूब गया. क्यों? क्योंकि घर का मुख्य प्रवेशद्वार यानी कि जो रास्ता सीढ़ियों से होकर अंदर आता है, वह दिशा में गलत था और इसी से नकारात्मक ऊर्जा घर में आने लगी. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा.
यह कोई अकेला मामला नहीं है. कई लोग बिना सही जानकारी के सिर्फ़ दूसरों को देखकर अपने घर में बदलाव कर लेते हैं. उन्हें लगता है कि जितना ज़्यादा दिखावा होगा, उतनी ज़्यादा खुशियां होंगी. पर वास्तु कोई फैशन नहीं है. यह एक बहुत गहरा विज्ञान है, जिसमें दिशा, स्थान और ऊर्जा का तालमेल होता है.
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सीढ़ियों को हमेशा केवल चढ़ने-उतरने का ज़रिया न समझें, अगर ये गलत दिशा में हैं तो यह न केवल आपके घर की ऊर्जा को प्रभावित करती हैं बल्कि जीवन में रुकावटें, तनाव और आर्थिक हानि का कारण भी बनती हैं. अगर आप सीढ़ी को सिर्फ़ एक ढांचा मानेंगे और उसके महत्व को नजरअंदाज करेंगे, तो इसका असर धीरे-धीरे पूरे जीवन पर दिखेगा.
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कई लोग दूसरों की देखा-देखी में अपने घर में बदलाव कर देते हैं. कोई कहेगा कि उत्तर दिशा में पूजा घर बना लो, कोई बोलेगा कि रसोई पश्चिम में होनी चाहिए, लेकिन हर घर की अपनी बनावट होती है और उसका समाधान भी उसी हिसाब से निकलता है. आपको यह समझना होगा कि वास्तु सलाह एक दुकान नहीं है जो सबको एक जैसा सामान बेच दे. यह तो एक ऐसा उपाय है जो व्यक्ति और स्थान के अनुसार अलग होता है. याद रखिए वास्तु केवल दिशा का खेल नहीं, यह ऊर्जा का संतुलन है, अगर आप इसे समझदारी से अपनाते हैं, तो जीवन में कई समस्याओं से बच सकते हैं.
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