Thursday, May 8, 2025
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सिर्फ 1 इंजेक्शन से 8 साल तक नहीं होगा हार्ट अटैक, स्ट्रोक और हार्ट फेल्योर का खतरा टल जाएगा, इंफेक्शन भी नहीं होगा


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Single Vaccine for Heart Attack Protection: एक सिंगल इंजेक्शन से किसी व्यक्ति में अगले 8 साल तक हार्ट अटैक नहीं होगा. यह एक अध्ययन में कहा गया है.

हार्ट अटैक के लिए वैक्सीन.

हाइलाइट्स

  • शिंगल्स वैक्सीन से 8 साल तक हार्ट अटैक का खतरा कम.
  • 50 साल से ऊपर के लोगों के लिए वैक्सीन फायदेमंद.
  • शिंगल्स वैक्सीन हार्ट फेल्योर का खतरा 26% तक कम करती है.

Single Vaccine for Heart Attack Protection: वैज्ञानिकों ने एक वैक्सीन तैयार की है. इस वैक्सीन को हार्ट अटैक से बचाने के लिए तैयार किया गया है. अब वैज्ञानिकों का दावा है कि शिंगल्स नाम के इस वैक्सीन को यदि एक बार लगा लिया जाए तो अगले 8 सालों तक हार्ट अटैक का खतरा लगभग कम हो जाएगा. इसके ट्रायल में पाया गया है कि Herpes Zoster के लिए बनाए गए टीका शिंगल्स हार्ट से संबंधित बीमारियों के जोखिम को ऑवरऑल 23 प्रतिशत तक कम कर देता है वहीं हार्ट अटैक के जोखिम को 22 प्रतिशत तक और हार्ट फेल्योर के खतरे को 26 प्रतिशत तक कम कर देता है. यह अध्ययन 12 लाख से अधिक लोगों के बीमा डेटा पर आधारित है, जिनकी औसतन छह साल तक निगरानी की गई.यह वैक्सीन खासकर 50 साल से उपर के व्यक्तियों के लिए ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है क्योंकि इस उम्र के बाद हार्ट अटैक के मामले भी ज्यादा आते हैं.

शिंगल्स क्या है
इंडियन एक्सप्रेस की खबर शिंगल्स एक वायरल इंफेक्शन है जो शरीर के एक तरफ पट्टी जैसे दर्दनाक चकत्ते पैदा करता है. यह चिकनपॉक्स वायरस (वरिसेला-जोस्टर) के दोबारा सक्रिय होने से होता है. आमतौर पर यह संक्रमण कई वर्षों बाद होता है जब शरीर की इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है. अध्ययन में 50 वर्ष से ऊपर के लोगों को यह टीका लगाने की सलाह दी गई है ताकि इस वायरस के इंफेक्शन को रोका जा सके.

किस तरह काम करती है यह वैक्सीन
अध्ययन के प्रमुख लेखक प्रोफेसर डोंग कीओन योन ने बताया कि हमारा अध्ययन बताता है कि शिंगल्स वैक्सीन हार्ट रोगों का जोखिम भी घटा सकता है. भले ही व्यक्ति में पहले से कोई ज्ञात जोखिम न हो, उसके बाद भी यह वैक्सीन हार्ट अटैक से बचाने के लिए रामबाण साबित हो सकती है. इस वैक्सीन का प्रभाव 60 वर्ष से कम आयु के लोगों और अस्वस्थ जीवनशैली वाले व्यक्तियों में अधिक स्पष्ट रूप से देखा गया.यह वैक्सीन कैसे काम करता है, इसके बारे में अभी पूरी तरह से पता नहीं है लेकिन वैज्ञानिकों का मानना है कि चूंकि यह वैक्सीन शिंगल्स को रोकती है. यह बीमारी हार्ट डिजीज के जोखिम को बढ़ा देता है. इसलिए यह अप्रत्यक्ष रूप से हार्ट की रक्षा कर सकती है. पूर्व अध्ययनों में यह सामने आया है कि किसी भी संक्रमण से हार्ट अटैक और हार्ट फेलियर का खतरा 1.5 से 2 गुना तक बढ़ सकता है. शिंगल्स से ब्लड वैसल्स को नुकसान होता है और उसमें सूजन और थक्का बनने की आशंका बढ़ जाती है, जिससे हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ा जाता .

क्या भारत में यह वैक्सीन मौजूद
दुनिया भर में शिंगल्स की दो वैक्सीन उपलब्ध हैं. एक लाइव जो वायरस को कमजोर करती है और दूसरी रीकॉम्बिनेंट तकनीक से विकसित की गई है, जो वायरस के ऐसे हिस्सों को शामिल करती है जो बीमारी पैदा ही नहीं होने देते. भारत में ये दोनों वैक्सीन उपलब्ध हैं. वैज्ञानिकों की सलाह है कि 50 वर्ष से उपर के व्यक्तियों को यह टीका जरूर लगवाना चाहिए.

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