देश की दिग्गज आईटी कंपनी Infosys के को-फाउंडर नारायण मूर्ति सुबह 6.20 बजे दफ्तर पहुंच जाते थे। मूर्ति ने साल 2011 में रिटायर होने तक इस दिनचर्या का पालन किया। उन्होंने मनीकंट्रोल के साथ एक इंटरव्यू के दौरान यह बात बताई है।
क्या कहा नारायण मूर्ति ने: दरअसल, इंटरव्यू के दौरान होस्ट ने Infosys ऑफिस कैंपस में नारायण मूर्ति की मौजूदगी के किस्से का जिक्र किया। होस्ट ने बताया कि कैसे नारायण मूर्ति सुबह 7 बजे ही दफ्तर पहुंच जाते थे। इस दौरान मूर्ति ने टोकते हुए बताया कि वह सुबह 6:20 बजे कंपनी के कैंपस में होते थे। उन्होंने कहा- मैं सुबह 6.20 बजे ऑफिस आ जाता था और रात 8-9 बजे तक रुकता था। 76 वर्षीय अरबपति मूर्ति ने कहा कि समय पर कार्यालय पहुंचना, युवाओं को प्रेरित करता है।
करना पड़ा समझौता: हालांकि, मूर्ति ने ये बात स्वीकार भी किया कि Infosys को खड़ा करने की वजह से उन्हें परिवार की जरूरतों से समझौता करना पड़ा और टाइम नहीं दे सके। Infosys के को-फाउंडर ने कहा -मुझे लगता है कि उद्यमिता साहस और बलिदान से संभव हो सकता है। इसलिए, यदि आप कुछ ऐसा बनाना चाहते हैं तो इसके लिए बहुत मेहनत, प्रतिबद्धता, बहुत सारे बलिदानों की आवश्यकता होती है।
बता दें कि Infosys की स्थापना 1981 में नारायण मूर्ति और उनके सहयोगियों द्वारा की गई थी। पिछले साल, यह बाजार पूंजीकरण में $100 बिलियन तक पहुंचने वाली चौथी भारतीय कंपनी बन गई।