Home Life Style सूर्य ग्रहण के दिन करें 5 उपाय, नहीं पड़ेगा अशुभ प्रभाव, सूरज जैसा चमकेगा आपका गुड लक

सूर्य ग्रहण के दिन करें 5 उपाय, नहीं पड़ेगा अशुभ प्रभाव, सूरज जैसा चमकेगा आपका गुड लक

0
सूर्य ग्रहण के दिन करें 5 उपाय, नहीं पड़ेगा अशुभ प्रभाव, सूरज जैसा चमकेगा आपका गुड लक

[ad_1]

हाइलाइट्स

14 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण रात के समय में लग रहा है. इसका सूतक काल 12 घंटे पूर्व ही लग जाएगा.
साल के अंतिम सूर्य ग्रहण का समापन या मोक्ष 15 अक्टूबर को 02:25 एएम पर होगा.

Surya Grahan 2023 upay: साल 2023 का दूसरा सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर 2023 को लगने वाला है. य​ह साल 2023 का अंतिम सूर्य ग्रहण होगा. 14 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण रात के समय में लग रहा है. इसका सूतक काल 12 घंटे पूर्व ही लग जाएगा और ग्रहण समापन के साथ ही सूतक काल खत्म हो जाएगा. सूतक काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं करते हैं. पूजा पाठ ​वर्जित होता है, यहां तक कि मंदिरों के कपाट भी बंद कर दिए जाते हैं. हालांकि सूर्य ग्रहण की समाप्ति के बाद आप कुछ ज्योतिष उपायों को करके अपनी किस्मत को चमका सकते हैं. श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ. मृत्युञ्जय तिवारी से जानते हैं सूर्य ग्रहण के दिन किए जाने वाले ज्योतिष उपायों के बारे में.

सूर्य ग्रहण 2023 का समय और सूतक काल
14 अक्टूबर को लगने वाले सूर्य ग्रहण का प्रारंभ समय रात 08 बजकर 34 मिनट पर है. साल के अंतिम सूर्य ग्रहण का समापन या मोक्ष 15 अक्टूबर को 02:25 एएम पर होगा. इस सूर्य ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पूर्व लग जाएगा. ऐसे में 14 अक्टूबर को सूतक काल सुबह 8 बजकर 34 मिनट से प्रारंभ होगा और सूतक काल का समापन सूर्य ग्रहण के साथ होगा.

ये भी पढ़ें: कब लग रहा साल का दूसरा सूर्य ग्रहण? नोट करें सूतक काल, 5 काम करने से बचें

सूर्य ग्रहण 2023 ज्योतिष उपाय
1. यदि आप नौकरी में तरक्की करना चाहते हैं तो सूर्य ग्रहण के बाद स्नान करके साफ कपड़े पहन लें. फिर सूर्य देव का ध्यान करके गेहूं, गुड़, लाल वस्त्र, तांबा आदि का दान कर सकते हैं. सूर्य से जुड़ी वस्तुओं का दान करने से आपका सूर्य मजबूत होगा, जिससे कार्य क्षेत्र में सफलता मिलेगी.

2. सूर्य ग्रहण के बाद सूर्य देव की पूजा करने और उनके मंत्रों का जाप करने से करियर में उन्नति होती है. सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए आप आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ कर सकते हैं.

3. सूर्य ग्रहण की समाप्ति पर आप स्नान और दान के बाद श्री सूर्य अष्टकम का पाठ करें. यह संस्कृत में लिखा गया है. इस पाठ को करने से रोग और ग्रह दोष से मुक्ति मिलती है. यदि संस्कृत नहीं पढ़ सकते हैं तो सूर्य चालीसा का पाठ करें, भगवान भास्कर की कृपा प्राप्त होगी.

ये भी पढ़ें: अगस्त में कब है रक्षाबंधन, हरियाली तीज, नाग पंचमी, पुत्रदा एकादशी? जानें व्रत-त्योहारों की डेट

4. यदि कुंडली में सूर्य दोष है, सूर्य की स्थिति कमजोर है तो उसे सही करने के लिए सूर्य ग्रहण के बाद गेहूं, लाल चंदन, गुड़, लाल फूल आदि का दान करें. इससे आपको लाभ होगा. करियर में उच्च पद की प्राप्ति होगी.

5. सूर्य ग्रहण के बाद आप तेजफल, आक या मदार, सूर्यमुखी आदि का पौधा लगाकर उसकी सेवा करते हैं तो सूर्य देव का आशीर्वाद मिलता है. ये सूर्य देव के प्रिय पौधे हैं. इससे सूर्य दोष दूर होता है. कुंडली में सूर्य के प्रबल होने से पिता का सहयोग प्राप्त होता है.

Tags: Astrology, Dharma Aastha, Solar eclipse, Surya Grahan

[ad_2]

Source link