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भारत में सबसे लोकप्रिय एंड्रॉयड स्मार्टफोन ब्रैंड्स की बात करें तो शाओमी, सैमसंग, ओप्पो और वीवो का नाम जरूर आता है और करोड़ों लोग इन कंपनियों के स्मार्टफोन्स इस्तेमाल कर रहे हैं। गूगल का मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रॉयड दुनिया के करीब 70 पर्सेंट मोबाइल डिवाइसेज में इस्तेमाल हो रहा है लेकिन अब इसकी सुरक्षा पर सवाल खड़े हुए हैं। भारत सरकार ने करोड़ों एंड्रॉयड स्मार्टफोन यूजर्स के लिए चेतावनी जारी की है।
गूगल अपने एंड्रॉयड OS को सुरक्षित बनाए रखने के लिए समय-समय पर सिक्योरिटी अपडेट्स रिलीज करती रहती है, हालांकि जो यूजर्स पुराने वर्जन का इस्तेमाल कर रहे हैं उनके लिए सॉफ्टवेयर में कई खामियां अब भी मौजूद हैं। सरकार ने ऐसी ही खामियों से जुड़ी चेतावनी जारी की है, जिनका फायदा हैकर्स और स्कैमर्स को मिल सकता है। इनके चलते आसानी से यूजर्स का सेंसिटिव डाटा चोरी हो सकता है और उन्हें नुकसान पहुंचाया जा सकता है।
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CERT-In ने इसलिए जारी की चेतावनी
इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना तकनीक मंत्रालय के साथ काम करने वाली इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने Android OS में मौजूद कई खामियों के बारे में बताया है, जिनके चलते लोकल अटैकर टारगेट डिवाइस से डाटा चोरी करने और डिनायल ऑफ सर्विस अटैक जैसे काम कर सकते थे। सामने आया है कि इन खामियों के चलते Android 10, 11, 12, 12L और 13 यूजर्स प्रभावित हुए हैं।
फ्रेमवर्क और हार्डवेयर में भी दिक्कत
सरकारी एजेंसी ने बताया है कि सामने आईं खामियां Android OS के फ्रेमवर्क, मीडिया फ्रेमवर्क और सिस्टम कंपोनेंट्स के अलावा गूगल प्ले सिस्टम अपडेट्स, कर्नेल, मीडियाटेक कंपोनेंट्स, यूनिसॉक कंपोनेंट्स, क्वालकॉम कंपोनेंट्स और क्वालकॉम क्लोज्ड-सोर्स कंपोनेंट्स में मौजूद हैं। इनका फायदा उठाते हुए हैकर या अटैकर आसानी से यूजर्स को परेशान कर सकते हैं और उनके बैंक अकाउंट्स तक खाली कर सकते हैं।
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खुद को सुरक्षित रखने के लिए ऐसा करें
CERT-In ने साफ किया है कि इन खामियों से खुद को सुरक्षित रखने के लिए यूजर्स को फौरन अपने डिवाइस लेटेस्ट सॉफ्टवेयर वर्जन पर अपडेट कर लेने चाहिए। इसके अलावा फोन में इंस्टॉल सभी ऐप्स को भी अपडेट करना चाहिए। ज्यादातर खामियां डिवेलपर्स और गूगल की ओर से सिक्योरिटी अपडेट्स में फिक्स कर दी जाती हैं।