Friday, July 5, 2024
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सोने के गहने खरीदने की शौकीन महिलाओं को घाटा ही घाटा, जानें क्यों और क्या है उपाय


Buying gold in india: जब बात निवेश की हो तो इंसान इससे होने वाली आमदनी के बारे में पहले सोचता है. इसलिए जब भी आप सोने के गहने खरीदने का मन बनाएं तो यह भी सोचें कि क्या ये भविष्य में मेरे लिए रिटर्न के लिहाज से काम के हो सकते हैं. पारंपरिक कारणों से सोना खरीदना भारत में शुभ माना जाता है लेकिन शौक से इतर, यदि आप सोने के गहने खरीदने को एक अच्छा निवेश विकल्प समझती रही हैं तो जान लें कि यह एकदम गलत है. सोने की अंगूठी, नौलखा हार, ईयरिंग्स जैसे आभूषण निवेश के लिए एक घाटे का सौदा हो सकता है. आइए जानें क्यों और कैसे. साथ ही यह भी समझते हैं कि सोने के प्रति आपके अनुराग को कैसे नफे के सौदे में तब्दील किया जा सकता है.

  • गहनों की रीसेल वैल्यू कम होती है और उनके डिजाइन की वजह से उनका बदलना मुश्किल भी होता है. साथ ही गहने खरीदते समय आप न केवल सोने के पैसे दे रही होती हैं बल्कि कई अन्य चार्ज भी दे रही होती हैं जैसे कि मेकिंग चार्जेज. गहनों का मेकिंग चार्जेज बहुत ज्यादा होती हैं. जब आप ये गहने वक्त जरूरत पर बेचेंगी या बदलेंगी तो आपको ये चार्जेस नहीं मिलेंगे.
  • सोने के गहनों को स्टोरेज और केयर की भी एक समस्या है. गहनों को सुरक्षित रखने के लिए उन्हें लॉकर में रखेंगी तो एक्स्ट्रा खर्चा आएगा. साथ ही यह मानसिक रूप से तनाव भरा भी है, ऐसी स्थिति में और भी ज्यादा जब आप सोने की जूलरी घर पर रखें या फिर किसी रिश्तेदार या जानकार के पास रखें.

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  • बात निवेश की भी है. गहने सिर्फ एक ही एसेट क्लास में निवेश हैं, यह एक प्रकार से ऐसे ही है जैसे आपने एक ही बास्केट में सभी अंडे रख दिए हों! डायवर्सिफिकेशन की कमी आपके पोर्टफोलियो के स्वास्थ्य के लिहाज से ठीक नहीं.
  • यदि आप जरूरत पड़ने पर तुरत-फुरत गहनों को बेचती हैं तो यह कोई फायदे का सौदा हो, ऐसा मुश्किल ही है. सोने की कीमतें वोलाटाइल होती हैं. जिस समय आपको पैसा चाहिए, उस समय क्या रेट चल रहे हैं. और एमर्जेंसी के वक्त सुनारों से मगजमारी भी एक अलग प्रकार का झंझट रहेगा.

  • सोने में निवेश के लिए बेहतर विकल्प बाजार में उपस्थित हैं जो आपको गहनों से ज्यादा रिटर्न और डाइवर्सिफिकेशन प्रदान करेंगे. बस आपको निवेश करने से पहले अपनी फाइनेंशल स्थिति और रिस्क लेने की क्षमता को नजरअंदाज नहीं करना है क्योंकि यह ध्यान रखें कि निवेश कोई जुआ नहीं है. सोने को फिजिकल फॉर्म में ही रखना चाहती हों तो सोने के सिक्के या बार खरीदकर रख सकती हैं.
  • गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) बेहद सरल इन्वेस्टमेंट ऑप्शन हैं जो स्टॉक में निवेश की फ्लैक्सिबिलिटी और सोने में निवेश की सिंपलिसिटी दोनों का कॉम्बों हैं! ईटीएफ किसी भी कंपनी के स्टॉक की तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के कैश मार्केट में ट्रेड किए जाते हैं. इन्हें बाजार कीमतों पर लगातार खरीदा और बेचा जा सकता है. ये एक प्रकार से ऐसे है कि सोना खरीदा और बेचा मगर फिजिकल फॉर्म में नहीं, बस कीमत सोने की होती हैं. यह म्यूचुअल फंड की ही स्कीम है जिन्हें यूनिट के तौर पर खरीदा जाता है. न चोरी होने का डर, न मेकिंग चार्ज का लॉस और न ही मिलावट का खतरा. जितना मर्जी चाहें खरीद सकते हैं. गोल्ड ईटीएफ में खरीददारी के लिए कई विकल्प बाजार में मौजूद हैं जैसे आदित्य बिड़ला सन लाइफ गोल्ड ईटीएफ (Aditya Birla Sun Life Gold ETF), एसबीआई ईटीएफ गोल्ड (SBI ETF Gold), एचडीएफसी गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (HDFC Gold Exchange Traded Fund), एक्सिस गोल्ड ईटीएफ (Axis Gold ETF), आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल गोल्ड ईटीएफ (ICICI Prudential Gold ETF), गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड प्रॉडक्ट आदि.

पर्सनल फाइनेंस से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए आप इन लिंक्स पर जानकारी ले सकती हैं- महिलाएं अबकी बार FD नहीं, FD लैडरिंग करवाएं, कमाल का फायदा देगा यह तरीका! इसके अलावा यह भी पढ़ सकती हैं- नहीं बचता पैसा, नहीं कर पा रही सेविंग? ये 5 तरीके बटुए में दबा कर रखेंगे नोट

  • सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) बॉन्ड भारत सरकार जारी करती है. इसके लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) कार्यशील रहता है. सोने के ग्राम के मुताबिक विभिन्न मूल्यवर्ग (denominations) में ये बॉन्ड मिलते हैं जिन्हें स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड किया जाता है. इस साल यह 12 से 16 फरवरी तक के लिए खुला. इसमें सालाना 2.5 फीसदी के आधार पर ब्याज मिलता है. कैपिटल गेन टैक्स से भी छूट मिलती है और इसे आप कोलाट्रल के तौर पर भी यूज कर सकती हैं. न जीएसटी का झंझट न ही मेकिंग चार्ज चुकाने की जरूरत. जरूरत पड़ने पर बैंक, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (HSCIL) के अलावा पोस्ट ऑफिस और स्टॉक एक्सचेंज में भी बेच सकती हैं.
  • आप चाहें तो डिजिटल गोल्ड भी खरीद सकती हैं. जैसा कि नाम से जाहिर है यह एकदम ऑनलाइन डिजिटल रूप है, सोने का जिस आप कई मोबाइल ऐप्लिकेशन के जरिए खऱीद सकती हैं. आप 1 रुपये का सोना भी खरीद सकती हैं! इसमें एक दिक्कत यह है कि इस पर कोई रेग्युलेटरी नजर (जैसे सेबी या आरबीआई) होती नहीं है इसलिए थोड़ा जोखिम भरा है. इंडिया ऑग्मेंट गोल्ड (India – Augmont Gold), एमएमटीसी-पीएएमपी (MMTC-PAMP India), और सेफगोल्ड (SafeGold) जैसे विकल्पों में से चुनाव कर सकती हैं कि डिजिटल गोल्ड किससे लेना है.

Tags: 24 carat gold, Business news in hindi, Gold investment, Gold price, Investment tips



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