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गुजरे जमाने की बात हो गई है, जब स्कूल प्रोजेक्ट्स या होमवर्क करने के लिए ढेरों किताबें पलटनी पड़ती थीं या फिर इंटरनेट पर वक्त बिताना पड़ता था। आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से अब चंद सेकेंड्स में पूरा होमवर्क और प्रोजेक्ट आसानी से किया जा सकता है। लगातार सुर्खियों में बने हुए टूल ChatGPT पर अब CBSE को बैन लगाना पड़ा है।
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) अब उन चुनिंदा एजुकेशन इंस्टीट्यूट्स में शामिल हो गया है, जिसकी ओर से ChatGPT पर बैन लगा दिया है। बोर्ड की ओर से शेयर किए गए निर्देशों में कहा गया है कि ‘बोर्ड एग्जाम हॉल में मोबाइल, ChatGPT और अन्य इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स ले जाना निषेध है।’ यानी कि बोर्ड तय करना चाहता है कि कम से कम परीक्षा के दौरान ChatGPT का इस्तेमाल ना किया जाए।
OpenAI का लैंग्वेज मॉडल है ChatGPT
दुनिया की सबसे बड़ी आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस रिसर्च कंपनियों में शामिल OpenAI की ओर से तैयार किया गया ChatGPT एक लैंग्वेज मॉडल है। यह मॉडल ट्रांसफॉर्मर नाम के न्यूरल नेटवर्क मॉडल पर आधारित है और पूछी गई चीजों के जवाब बिल्कुल इंसानों की तरह दे सकता है। यानी कि इससे प्रोजेक्ट्स लिखवाने, कोडिंग करवाने और होमवर्क करने जैसे काम किए जा सकते हैं।
पहले ही कई जगह लगाया गया है बैन
ChatGPT को न्यू यॉर्क सिटी और सिआटल के कई पब्लिक स्कूल्स में पहले ही बैन किया जा चुका है। इसी तरह फ्रेंड यूनिवर्सिटी और बेंगलुरु यूनिवर्सिटी ने भी ChatGPT के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। हालांकि, इसकी मदद से तैयार किए गए प्रोजेक्ट्स का पता लगाना आसान नहीं क्योंकि AI के साथ यह हर बार अलग रिजल्ट्स देता है और इंटरनेट सर्च से बिल्कुल अलग ढंग से काम करता है।
आप ऐसे कर सकते हैं ChatGPT का इस्तेमाल
अगर आप भी ChatGPT और इसकी क्षमताओं को आजमाना चाहते हैं तो सबसे पहले OpenAI की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। यहां ईमेल ID और मोबाइल नंबर की मदद से साइन-अप करने के बाद आपको लॉगिन का विकल्प मिलेगा। ChatGPT में लॉगिन के बाद आपको चैटिंग विंडो जैसा इंटरफेस मिलेगा, जहां आपको अपना सवाल या कीवर्ड्स लिखने होंगे। इसके बाद एंटर करते ही चंद सेकेंड्स में आपका कंटेंट तैयार हो जाएगा।