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नासा ने अपनी ब्लॉग पोस्ट में कहा, ‘डॉक किए गए आईएसएस प्रोग्रेस 83 रिसप्लाई शिप ने अपने इंजन को करीब छह मिनट के लिए फायर किया। इससे स्टेशन की कक्षा को थोड़ा ऊपर उठाया जा सके।’ स्पेस डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, नासा के जॉनसन स्पेस सेंटर से सैंड्रा जोन्स के अनुसार, यह उपग्रह 2020 में लॉन्च किया गया अर्जेंटीना का अर्थ-ऑब्जर्वर सैटेलाइट प्रतीत होता है।
आईएसएस के रास्ते में आ रहा नुसैट
हार्वर्ड-स्मिथसोनियन सेंटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स के खगोलशास्त्री डॉ. जोनाथन मैकडोवेल ने एक ट्वीट में सैटेलाइट के कक्षीय क्षय को ध्यान में रखते हुए संभावित उम्मीदवारों को नुसैट -17 तक सीमित कर दिया। रिपोर्ट में कहा गया है कि नुसैट-17 उन दस वाणिज्यिक अवलोकन उपग्रहों में से एक है, जिसे 2020 में लॉन्च किया गया था और भू-स्थानिक डेटा कंपनी सैटलॉजिक की ओर से संचालित किया जाता है। मैकडॉवेल ने कहा, ‘नुसैट सैटेलाइट उन कई में से एक है, जिनकी कक्षाएं धीरे-धीरे आईएसएस की कक्षा का अतिक्रमण कर रही हैं।’
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LEO में बढ़ गई है भीड़
पिछले साल दिसंबर 2022 में नासा की ओर से जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, आईएसएस को 1999 के बाद से 32 बार ऐसी टक्करों से बचने के लिए अपने थ्रस्टरों को फायर करना पड़ा है। हाल के वर्षों में, लो-अर्थ ऑर्बिट या LEO में स्पेसएक्स और वनवेब जैसी कंपनियों के उपग्रहों से भीड़ बढ़ गई है। 27 जनवरी को एक रॉकेट बॉडी और एक मृत उपग्रह के बीच एक निकट चूक ने दर्शाया कि हम एक अंतरिक्ष आपदा के कितने करीब हैं, जिसके नतीजे बेहद विनाशकारी हो सकते हैं।
(एजेंसी इनपुट के साथ)
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