Home Life Style स्‍मार्ट फोन्‍स बन रहे रिश्तों में दरार की वजह! जानिए रिलेशनशिप में क्‍यों जरूरी है ‘डिजिटल डिटॉक्स’, क्‍या है तरीका

स्‍मार्ट फोन्‍स बन रहे रिश्तों में दरार की वजह! जानिए रिलेशनशिप में क्‍यों जरूरी है ‘डिजिटल डिटॉक्स’, क्‍या है तरीका

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स्‍मार्ट फोन्‍स बन रहे रिश्तों में दरार की वजह! जानिए रिलेशनशिप में क्‍यों जरूरी है ‘डिजिटल डिटॉक्स’, क्‍या है तरीका

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Digital Detox For Couples: आज के दौर में स्मार्टफोन हमारी ज़िंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है. काम से लेकर टाइम पास, मनोरंजन और सोशल कनेक्शन तक, हर चीज़ मोबाइल पर सिमट चुकी है. लेकिन इसी डिजिटल दुनिया की लत अब रिश्तों को धीरे-धीरे खोखला कर रही है. कपल्स के बीच बातचीत की जगह स्क्रीन टाइम ने ले ली है. एक ही छत के नीचे रहकर भी लोग एक-दूसरे से कटे-कटे रहते हैं. यही वजह है कि आज रिलेशनशिप में “डिजिटल डिटॉक्स” की जरूरत पहले से कहीं ज़्यादा महसूस हो रही है.

क्यों हो रही है रिश्तों में दूरी(Reasons Why Relationships Fail)?
जब दो लोग साथ हों, लेकिन दोनों का ध्यान अपने-अपने फोन में हो, तो इमोशनल कनेक्शन धीरे-धीरे कम होने लगता है. सोशल मीडिया पर घंटों स्क्रॉल करते रहना, नोटिफिकेशन पर ध्‍यान रखना और हर समय ऑनलाइन रहना, न सिर्फ बातचीत को कम करता है, बल्कि विश्वास, समझदारी और साथ बिताने के पलों की क्‍वालिटी भी खराब करता है. कई रिसर्च में सामने आया है कि स्मार्टफोन की लत से कपल्स के बीच झगड़े, मनमुटाव और यहां तक कि ब्रेकअप की संभावना भी बढ़ जाती है.

क्या है डिजिटल डिटॉक्स?(What is digital detox?)
डिजिटल डिटॉक्स का मतलब है एक तय समय के लिए मोबाइल, सोशल मीडिया, लैपटॉप और टीवी से दूरी बनाना, जिससे मानसिक शांति, बेहतर नींद और रिश्तों में नजदीकी हासिल की जा सके. यह सिर्फ शरीर ही नहीं, रिश्तों की सेहत के लिए भी ज़रूरी है.

रिलेशनशिप में डिजिटल डिटॉक्स क्यों ज़रूरी है(Why is digital detox important in a relationship)?

बढ़ेगी बातचीत: जब फोन आप से दूर रहेगा, तो पार्टनर से आमने-सामने बातचीत बढ़ेगी. इससे इमोशनल बॉन्ड मजबूत होगा.

साथ बिताएं क्वालिटी टाइम: एक-दूसरे की कंपनी में जीना सीखें, न कि सिर्फ एक साथ बैठकर मोबाइल चलाना.

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कम होंगे झगड़े: आपका ध्‍यान जब स्क्रीन से हटकर रिश्ते पर आएगा तो छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा या मनमुटाव भी कम होगा.

बेहतर नींद और मानसिक शांति: लगातार स्क्रीन देखने से तनाव और नींद की समस्या बढ़ती है, जिससे मूड खराब रहता है और रिश्तों पर असर पड़ता है.

कैसे करें शुरुआत?
-आप दोनों मिलकर दिन का एक फिक्स टाइम तय करें, जब आप दोनों फोन से पूरी तरह दूरी रखें और साथ में क्‍वालिटी टाइम बिताएं.

-खाना खाते वक्त, सोने से पहले और सुबह उठते ही मोबाइल को न छुएं. यह समय आप अपने पार्टनर के साथ बातचीत को प्रायोरिटी देने का है.

-वीकेंड पर ‘नो सोशल मीडिया डे’ प्लान करें.  इस दिन आप साथ में कोई एक्टिविटी करें जैसे वॉक, गेम्स, या मूवी देखना.

याद रखिए, अगर आप सच में अपने रिश्‍ते को टूटने या दू‍री आने से बचाना चाहते हैं तो टेक्‍नोलॉजी से थोड़ी सी दूरी बनाना जरूरी है. क्‍योंकि अगर आप सही समय पर रिश्‍ते की कमजोरियों को दूर नहीं करेंगे, तब तक रिलेशनशिप मजबूत नहीं बनेंगे. यही नहीं, यह भी याद रखें कि स्‍मार्ट  फोन रिलेशनशिप से कहीं ज्‍यादा जरूरी है. अगर आप चाहते हैं कि आपका रिश्ता गहरा और मजबूत हो, तो समय रहते ‘डिजिटल डिटॉक्स’ के बारे में सोचें.

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