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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर भाषण के दौरान घोषित महिला सशक्तीकरण योजना सहित कई अन्य योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। बैठक के दौरान 2 करोड़ लखपति दीदी बनाने से लेकर 15,000 महिला एसएचजी को ड्रोन से सशक्त बनाने तक की योजनाओं पर चर्चा की गई। जन औषधि स्टोरों का दायरा तेजी से 10,000 से बढ़ाकर 25,000 करने की योजना पर भी काम चल रहा है।
पीएम मोदी ने महिलाओं के सशक्तीकरण और जन औषधि केंद्रों की संख्या बढ़ाने पर हुई प्रगति की समीक्षा के लिए मंगलवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में इन योजनाओं की घोषणा की थी। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में स्वयं-सहायता समूहों या आंगनवाड़ियों से जुड़ीं दो करोड़ महिलाओं को ‘लखपति दीदी’ बनाने की बात कही थी।
मोदी ने आज की बैठक में इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अनेक आजीविका प्रयासों का भी जायजा लिया। मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में 15,000 महिला स्वयं-सहायता समूहों को खेती और संबंधित कार्यों के लिए ड्रोन दिये जाने की बात कही थी। सरकार द्वारा जारी एक बयान के अनुसार समीक्षा बैठक में प्रधानमंत्री को महिला स्वयं-सहायता समूहों को प्रशिक्षण देने से लेकर उनके कामकाज पर निगरानी रखने तक योजना के क्रियान्वयन के बारे में जानकारी दी गई। मोदी ने भारत में जन औषधि केंद्रों की संख्या मौजूदा 10,000 से बढ़ाकर 25,000 करने का भी उल्लेख किया था। उन्होंने आज की बैठक में इसके विस्तार के लिए रणनीति की समीक्षा की।