मो. सरफराज आलम/सहरसा. मुस्लिम समाज में मक्का और मदीना को बहुत पाक और पवित्र स्थल माना जाता है. हर मुसलमान की इच्छा होती है कि वो जीवन में कम से कम एक बार जरूर हज यात्रा (Haj Yatra 2023) करे. बिहार के सहरसा (Saharsa) जिले से भी हर वर्ष सैकड़ों मुस्लिम लोग हज यात्रा के लिए जाते हैं. हज यात्रा से पहले उन्हें कई औपचारिकताओं से गुजरना पड़ता है. साथ ही, उन्हें मेडिकल जांच से भी गुजरना पड़ता है. इसके बाद, उनको हज यात्रा की अनुमति मिलती है. इस बार सहरसा जिले से कुल 69 लोग हज यात्रा पर जा रहे हैं.
हज यात्रा पर जाने वाले जायरीनों को दो प्रकार का टीका लगवाना अनिवार्य है. ऐसा नहीं करने पर उन्हें मेडिकल फिटनेस रिपोर्ट नहीं दिया जाता है, जिससे वो हज यात्रा पर नहीं जा सकते. हज यात्रा पर जाने वाले इच्छुक लोगों की स्वास्थ्य जांच एवं मेनिनजाइटिस का वैक्सिन लगाया जा रहा है. साथ ही, 65 वर्ष से अधिक उम्र वाले हज यात्री को इनफ्लुएंजा का वैक्सीन दिया जा रहा है. जिनको गंभीर बीमारी है, उन्हें यह वैक्सीन लगाया जा रहा है. इसके अलावा, बीपी, शुगर, फिटनेस का पूरा हेल्थ चेकअप किया जा रहा है. ताकि हज यात्रा के दौरान उन्हें किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो.
पूरी कर ली गई है मेडिकल की प्रक्रिया
इस मामले को लेकर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. कुमार विवेकानंद ने बताया कि सहरसा जिले से कुल 69 हज यात्रियों का अप्रूवल हुआ है. इनमें से नौ की उम्र 65 वर्ष से अधिक है. शेष सभी यात्री 65 वर्ष से कम उम्र के हैं. उन्होंने बताया कि सभी हज यात्रियों की हेल्थ स्कैनिंग और वैक्सीनेशन की गई है.
उन्होंने बताया कि यात्रियों की मेडिकल की सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. इस माह के अंतिम सप्ताह में यह सभी लोग हज यात्रा के लिए रवाना होंगे.
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FIRST PUBLISHED : May 17, 2023, 12:01 IST