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Death of Prisoner in Jail: हत्या के प्रयास के आरोप में गोरखपुर जिला जेल में बंद एक बंदी के सीने में बुधवार की सुबह अचानक दर्द उठा। उसे अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। उधर, इस मौत को लेकर पुलिस सतर्क हो गई है। गांव में भी फोर्स लगा दी गई। आशिक अली गांव के प्रधान प्रतिनिधि थे। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत की वजह सामने आ पाएगी। हालांकि आशंका है कि बंदी की मौत हार्ट अटैक से हुई है।
गोरखपुर के सिकरीगंज थाना क्षेत्र के सतोरा गांव में मोहर्रम के दौरान दो वर्गों के बीच मारपीट हुई थी। मामले में गांव के प्रधान पक्ष पर हत्या के प्रयास सहित अन्य धाराओें में केस दर्ज हुआ था। इस मामले में सतोरा निवासी ग्राम प्रधान प्रतिनिधि आशिक अली सहित अन्य को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजवाया था। जहां बुधवार की सुबह उनके सीने में दर्द शुरू हुआ। आसपास मौजूद बंदियों ने जेल के कर्मियों को इसकी सूचना दी। उन्हें आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।
कार पर पथराव के बाद हुआ था हत्या के प्रयास में केस
संतोरा निवासी देवनाथ शर्मा के पिता जयनाथ हरदत्तपुर स्थित मकान पर सोने गए थे। पिता द्वारा किसी काम से बुलाने पर देवनाथ अपने भाई सोमनाथ और दोस्त पिंटू दूबे के साथ कार से मकान पर पिता से मिलने जा रहे थे आरोप है कि हरदत्तपुर गांव के पास ताजिया ले जा रहे संतोरा निवासी आशिक अली, जाहिद अली, मोनू, निजामुद्दीन, अलताफ, टीपू ,शाहनवाज, क्यूम आदि ने पुरानी रंजिश में कार पर पत्थर मारने लगे थे। कार सवार गंभीर रूप से घायल हो गए। देवनाथ शर्मा की तहरीर पर पुलिस हत्या के प्रयास में केस दर्जकर आशिक अली (55) को जेल भेजवा दिया था।