Home National हरियाणा के इस गांव में मिली दुर्लभ प्रजाति की छिपकली ‘येलो मॉनिटर लिज़र्ड’

हरियाणा के इस गांव में मिली दुर्लभ प्रजाति की छिपकली ‘येलो मॉनिटर लिज़र्ड’

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हरियाणा के इस गांव में मिली दुर्लभ प्रजाति की छिपकली ‘येलो मॉनिटर लिज़र्ड’

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परमजीत सिंह

टोहाना. हरियाणा के फतेहाबाद जिले के टोहाना में  हिम्मतपुरा की ढाणी में पहली बार दुर्लभ जंगली छिपकली मिली है. वन्यजीव रक्षक नवजोत सिंह ढिल्लों  के अनुसार, यह पहली बार है, जब टोहाना के गांव में येलो मॉनिटर लिज़र्ड देखी गयी है. लोगो की सूचना पर वन्य जीव रक्षक टीम ने फ़ौरन वहाँ पहुंचकर छिपकली को पकड़ा और उसे वापस जंगल में छोड़ दिया.  येलो मॉनिटर लिज़र्ड नदी या गंगा के किनारे घने जंगलों में रहती है और टोहाना के गांव में इसका मिलना बेहद चौकाने वाली बात है.

नवजोत ढिल्लों के मुताबिक, येलो मॉनिटर लिज़र्ड भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की उस श्रेणी में शामिल है, जिसमे शेर, बाघ जैसे अन्य जानवर शामिल हैं.आम तौर पर लोग इसे ज़हरीला मानकर मार देते हैं, जबकि इसे मारने पर कड़ी सज़ा का प्रावधान है.  असल में छिपकली असलियत में ज़हरीली होती नहीं है. हालाँकि, इतनी अलग किस्म की छिपकली लोगों के दिल में डर ज़रूर पैदा कर देती है.

कहाँ पाई जाती है येलो मॉनिटर लिजर्ड?

मॉनिटर लिजर्ड की चार प्रजातियां पाई जाती हैं. इनमें से येलो मॉनिटर लिजर्ड की संख्या सबसे कम है और ये सिर्फ नदी नदी और गंगा के मैदानी क्षेत्रों में ही पाई जाती हैं. दूसरी प्रजाति में डेजर्ट मॉनिटर लिजर्ड आती है, जो राजस्थान, गुजरात के रेगिस्तानी इलाकों में पाई जाती हैं. तीसरी प्रजाति बंगाल मॉनिटर लिजर्ड है, जो देश के ज्यादातर राज्यों में पाई जाती हैं. मॉनिटर लिजर्ड की चौथी प्रजाति वॉटर मॉनिटर लिजर्ड है, जो आकार में अन्य तीन मॉनिटर लिजर्ड से काफी बड़ी होती हैं. यह दक्षिणी राज्यों के साथ ही श्रीलंका में भी पाई जाती हैं.  ढिल्लों बताया कि बाढ़ ग्रस्त प्रभावित इलाकों में काफी जीव जंतुओं की आने की सूचना टीम को मिलती रही. बाढ़ के पानी के साथ ये लिजर्ड भी आई होगी.

Tags: Forest Department Wildlife Institute of India, Haryana News Today

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