Home National हर साल 2 लाख बच्‍चे, होता है 5000 करोड़ का कारोबार, जानिए क्‍यों है चर्चा में?

हर साल 2 लाख बच्‍चे, होता है 5000 करोड़ का कारोबार, जानिए क्‍यों है चर्चा में?

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हर साल 2 लाख बच्‍चे, होता है 5000 करोड़ का कारोबार, जानिए क्‍यों है चर्चा में?

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KOTA STORY: देश के कोचिंग फैक्ट्री वाले शहर ‘कोटा’ में फिर से स्तब्ध कर देने वाली खबर है. 16 साल की ऋचा सिन्हा ने खुद को फांसी लगा ली. रिचा NEET की तैयारी कर रही थी. वह झारखंड से थी. ऋचा सिन्हा ने राजस्थान के विज्ञान नगर इलाके के हॉस्टल में सुसाइड किया. सुसाइड की जानकारी 12 सितंबर रात को आई. ऋचा समेत इस साल कोटा में अब तक 24 स्टूडेंट्स सुसाइड कर चुके हैं. पिछले कई सालों के आंकड़ें बताते हैं कि वहां पर आत्महत्या करने वालों की संख्या साल दर साल बढ़ती जा रही है.

आत्महत्या की खबरें
अब एजुकेशन हब माने जाने वाले ‘कोटा’ शहर की चर्चा हो और बच्चों की आत्महत्या का ज़िक्र न हो, ऐसा नहीं होता. शहर में हर साल करीब 2 लाख बच्चे कोचिंग के लिए जाते हैं. यहां पर कोचिंग के लिए जाने का ट्रेंड तो अभी भी बरकरार है लेकिन स्टूडेंट्स की आत्महत्या की आती खबरें, पेरेंट्स को ठहर कर सोचने पर मजबूर करने लगी हैं.

स्टूडेंट का खुद को खत्म कर देना
एक स्टूडेंट का खुद को खत्म कर देना कोचिंग फैक्ट्री शहर के लिए तो महज आत्महत्या का एक और मामला बढ़ जाना है लेकिन उस बच्चे के मां-पिता की दुनिया उसी समय खत्म हो जाती है. वे कितनी उम्मीदों और भरे मन से अपने घर के खिलते फूल को वहां छोड़कर आए होते हैं. और बदले में बच्चे की मय्यत उठाने को मिलती है. मां-पिता अपने बच्चे की अरथी को कांधा दें, दुनिया में इससे ज्यादा बुरा उनके लिए कुछ भी नहीं हो सकता.

कौन से साल में कितनों ने खुद को खत्म किया
एंट्रेंस टेस्ट्स की दम घोट देने वाली तैयारी का प्रेशर जिन बच्चों की ज़िंदगी खा गया उनकी गिनती इस तरह है. 2015- में 7 बच्चों ने अपनी ज़िंदगी खत्म कर दी, 2016 में 16 ने, 2017 में 7 ने, 2018 में 20 ने, 2019 में 8, 2020 में 4, 2021- कोरोना काल, 2022 में 15 और 2023 में 13 सितंबर तक 24 बच्चों को मर जाने के आंकड़ें हैं.

कोचिंग संस्थानों का कारोबार
कोटा में 400 हॉस्टल हैं और 40 हजार PG हैं. इसके अलावा कोचिंग संस्थानों के करीबी इलाके के घरों में बतौर पेइंग गेस्ट रहने का चलन भी है. यहां पर हॉस्टल/ pg की फीस करीब फीस 10 हजार रुपए महीना है. कोटा के कुल जमा कोचिंग संस्थानों का सालाना कारोबार 5 हजार करोड़ रुपए है.

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