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लिवर खराब होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। इसकी वजह से लिवर कमजोर हो जाता है और फिर कैंसर सिरोसिस, फैटी लिवर जैसी खतरनाक बीमारियां हो सकती है। लिवर को हेल्दी बनाए रखने के लिए अपनी लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करने चाहिए। इसी के साथ कुछ ऐसे योगासन है जो लिवर को हेल्दी और मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं।
अर्ध मत्स्येन्द्रासन
इस आसन की प्रेक्टिस करने से तनाव कम होता है और आपके आंतरिक अंग उत्तेजित होते हैं। इस आसन को करते समय अपने कूल्हों को सहारा देने के लिए आप कुशन के किनारे पर बैठ सकते हैं। कैसे करें-
– इस आसन को करने के लिए सीधें बैठ जाएं।
-अब अपने दाहिने पैर को अपने बाएं कूल्हे के बाहर की ओर रखें।
– अपने दाहिने घुटने को आगे की ओर इंगित करें।
– अपने बाएं पैर को अपनी दाहिनी जांघ के बाहर की ओर लाएं।
– अपने बाएं हाथ को अपने पीछे फर्श पर रखें।
– फिर अपने दाहिने हाथ को अपने बाएं पैर के बाहर की ओर ले जाएं।
– धीरे से अपने धड़ को घुमाएं और दोनों कंधों पर नजर डालें।
– कम से कम 1 मिनट तक इस पॉजिशन में रहें और फिर दूसरी तरफ से दोहराएं।
भुजंगासन
कोबरा पोज कोर ताकत, रीढ़ की हड्डी के लचीलेपन और ब्लड फ्लो में सुधार करता है। यह तनाव, पाचन और श्वसन क्रिया को बेहतर बनाने में भी असरदार होता है। इस आसन को करने के लिए-
– अपने हाथों को अपने कंधों के नीचे रखकर अपने पेट के बल लेटें।
– फिर अपनी कोहनियों को अपने धड़ से सटाएं।
– अपने सिर, छाती और कंधों को ऊपर उठाते हुए श्वास लें।
– अपनी छाती को उठाते और फैलाते समय अपनी कोहनियों को हल्का सा मोड़ें।
– अब अपनी पीठ के निचले हिस्से, पेट और जांघों को खींचे करें। इस आसन में 30 सेकंड तक रुकें। फिर इसे कम से कम 1-3 बार दोहराएं।
धनुरासन
धनुष मुद्रा की प्रेक्टिल करने से ब्लड फ्लो बढ़ा सकता है। इसी के अलावा पाचन में सुधार कर सकता है और एनर्जी को बढ़ा सकता है। इस आसन को करने के लिए-
– अपनी बाहों को अपने साइड में फैलाकर अपने पेट के बल लेटें।
– अपने घुटनों को मोड़ें और अपने हाथों को पीछे ले जाकर अपनी एड़ियों के बाहरी किनारों को पकड़ें।
– अगर संभव हो तो अपनी छाती और कंधों को जमीन से ऊपर उठाएं।
– आगे की ओर देखें और धीमी, गहरी सांसें लें।
– 30 सेकंड तक इस मुद्रा में बने रहें और फिर 1-2 बार दोहराएं।
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डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीकों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें। इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट से सलाह लें।
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