एक ऐसा स्टॉक, जो कभी अपने निवेशकों को मालामाल कर रहा था। आज उसकी हालत इतनी बुरी है कि इसमें उसके प्रमोटर्स भी अधिक पैसा लगाने को तैयार नहीं हैं। हम बात कर रहे हैं टेलीकॉम सेक्टर की दिग्गज कंपनियों में से एक वोछाफोन-आइडिया की।
17 अप्रैल 2015 को आइडिया के शेयर 118.96 रुपये के भाव पर थे, लेकिन वोडाफोन-आइडिया के शेयर अब 7.80 रुपये पर आ गए हैं। आज यानी गुरुवार को शुरुआती कारोबार में वोडाफोन-आइडिया 7.80-7.85 के बीच ट्रेड कर रहा था। दरअसल AGR बकाया और घाटे में चल रही कंपनी के चलते इसके शेयर लगातार गिर रहे हैं।
16 मई 2007 को आइडिया के शेयर 56 रुपयेके आसपास थे। इसके बाद 24 अक्टूबर 2008 को 22.26 रुपये पर आ गए। इस स्तर से आइडिया के शेयर ने चढ़ना शुरू किया और 17 अप्रैल 2015 को आइडिया के शेयर 118.96 रुपये के भाव पर पहुंच गए। इसके बाद लुढ़कते हुए यहां तक आ गए हैं।
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पिछले 5 साल में वोडाफोन-आइडिया 88.85 फीसद टूट चुका है। एक साल में 48 फीसद से अधिक नुकसान पहुंचाने वाला यह स्टॉक इस साल अब तक लाल निशान पर ही है। इसका 52 हफ्ते का हाई 15.75 और लो 7.60 रुपये है।
Vi खरीदें, बेंचे या होल्ड करें
वोडाफोन-आइडिया के स्टॉक्स पर अगर दांव लगाने की सोच रहें हैं तो पहले एक्सपर्ट्स के राय जान लीजिए। कुल 19 में से 6 एनॉलिस्ट ने इस स्टॉक में बने रहने अर्थात शेयर होल्ड रखने की सलाह दी है, जबकि 10 ने तुरंत बेच कर निकलने की सलाह दी है। वहीं 3 ने कहा है कि जब भी मौका मिले इस स्टॉक को बेचकर निकलने में ही भलाई है।
प्रमोटर्स भी मोड़ रहे मुंह
वोडाफोन आइडिया (Vi) के प्रमोटर भी अब अधिक पूंजी लगाने के इच्छुक नहीं हैं । प्रमोटर्स 2,000-3,000 करोड़ रुपये डालने को तैयार हैं, लेकिन कंपनी को पुनर्जीवित करने के लिए यह बहुत कम है। “वोडाफोन आइडिया (वीआई) को खुद को बनाए रखने के लिए लगभग 40,000-45,000 करोड़ रुपये की जरूरत है। यह मानते हुए कि बैंक इसका लगभग आधा हिस्सा फंड करते हैं, प्रमोटरों को बाकी पैसा लगाना होगा। प्रमोटर फंडिंग के अभाव में कंपनी के लिए यह मुश्किल होगा।
(डिस्क्लेमर: यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है, यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)