
एप्पल आईफोन
Apple के बडे़ अधिकारी Eddy Cue ने कोर्ट में iPhone को लेकर बड़ी बात कही है। एप्पल में लंबे समय तक सर्विस चीफ रहे एडी क्यू ने अमेरिकी कोर्ट में कहा कि 10 साल बाद लोगों को आईफोन खरीदने की जरूरत नहीं होगी। एडी अमेरिकी कोर्ट में गूगल पर चल रहें एंटी ट्रस्ट ट्रायल मामले में एप्पल का पक्ष रखने पहुंचे थे। गूगल पर यह एंटी ट्र्स्ट ट्रायल सर्च इंजन के मोनोपोली को लेकर चल रहा है।
10 साल बाद नहीं होगी iPhone की जरूरत
गूगल पर आरोप है कि उसने एप्पल के सफारी ब्राउजर में डिफॉल्ट सर्च इंजन के लिए करोड़ों डॉलर की डील की है। इस मामले में एप्पल का पक्ष रखते हुए एडी क्यू ने कहा कि किस तरह टेक्नोलॉजी दिनों-दिन बदल रही है। उन्होंने कोर्ट में बताया कि कैसे टेक्नोलॉजी सबसे स्थापित उत्पादों को भी प्रभावित करती है। अपना पक्ष रखते हुए एडी ने कहा कि आपको इस पर विश्वास नहीं होगा कि आने वाले 10 साल में लोगों को iPhone की जरूरत नहीं होगी।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, एडी क्यू ने कोर्ट ने कहा कि आपके पास वास्तव में सच्ची प्रतिस्पर्धा का एकमात्र तरीका तभी है, जब आप टेक्नोलॉजी में बदलाव लाते हों। टेक्नोलॉजी शिफ्ट ये अवसर पैदा करते हैं। AI एक नई टेक्नोलॉजी शिफ्ट का उदाहरण है और यह नए प्रवेशकों के लिए नए अवसर पैदा कर रहा है।
टेक्नोलॉजी शिफ्ट बड़ा कारण
एडी क्यू ने कोर्ट में यह भी कहा कि एप्पल भी इस तरह के तकनीकी बदलावों को लेकर जागरूक है। आने वाले समय में AI, मिक्स्ड रियलिटी और वियरेबल्स स्मार्टफोन को रिप्लेस कर सकते हैं। हम ये जानते हैं और एप्पल इस बदलाव को एक्सेप्ट करने के लिए तैयार है। एडी क्यू का यह बयान उस समय आया है, जब एप्पल iPhone से आगे की टेक्नोलॉजी में व्यापक निवेश कर रहा है। एप्पल ने इस सिलसिले में विजन प्रो हेडसेट लॉन्च किए हैं, जो iOS और नए AI से लैस है। इसके अलावा ये भी खबरें सामने आ रही हैं कि आने वाले समय में कंपनी ऑटोनोमस टेक्नोलॉजी की तरफ भी रूख कर सकती है।
iPhones की डिमांड भारत ही नहीं, ग्लोबली काफी तेजी से बढ़ी है। हर साल iPhone के ज्यादातर मॉडल्स दुनिया में सबसे ज्यादा बिकने वाले मोबाइल फोन की लिस्ट में शामिल रहते हैं। प्रीमियम सेगमेंट में भी एप्पल का दबदबा कायम है। हाल की रिपोर्ट के मुताबिक, इस सेगमेंट में कंपनी का मार्केट शेयर 50 प्रतिशत के करीब है।
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